Rupee Vs Dollar: रुपये में दिखी मजबूती, डॉलर के मुकाबले 67 पैसे चढ़कर 82.14 पर आया
Rupee VS Dollar: भारतीय करेंसी के लिए आज का दिन थोड़ा राहत भरा साबित हो सकता है क्योंकि डॉलर के मुकाबले रुपये में आज 67 पैसे की बढ़त के साथ कारोबार देखा जा रहा है. कल करेंसी मार्केट बंद रहे थे.
By: ABP Live | Updated at : 27 Oct 2022 11:15 AM (IST)
Edited By: Meenakshi
Rupee VS Dollar: लगातार गिर रही भारतीय करेंसी में कुछ रिकवरी देखी जा रही है. पिछले ट्रेडिंग सेशन यानी मंगलवार को जहां रुपया डॉलर के सामने 7 पैसे की तेजी के साथ बंद हुआ था वहीं आज इसमें जोरदार उछाल देखा गया है. आज एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में 67 पैसे का उछाल देखा गया है और ये 82.14 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया है. डॉलर की कीमत में सुस्ती के चलते रुपया आज चढ़कर कारोबार कर रहा है.
पिछले ट्रेडिंग सेशन में थी हल्की तेजी
पिछले ट्रेडिंग सेशन में डॉलर के सामने रुपया 82.81 के लेवल पर बंद हुआ था और आज शुरुआती ट्रेड में ही इसमें 82.14 रुपये प्रति डॉलर के लेवल देखे गए हैं. कल यानी बुधवार को फॉरेक्स मार्केट दीवाली बलि प्रतिप्रदा के अवसर पर बंद रहे थे. रुपये में आज दिख रही मजबूती इसके ट्रेडर्स को राहत दे रही है. करेंसी मार्केट में आज रुपये को सपोर्ट मिल रहा है जिससे इसके दाम में सुधार देखा जा रहा है. रुपये की चाल आज बेहतर नजर आ रही है.
करेंसी जानकारों का ट्रेडिंग करेंसियां क्या है कहना
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज में घरेलू करेंसी 82.15 के लेवल पर खुली और मंगलवार को दिखी हल्की तेजी आज भी जारी रही. करेंसी मार्केट के जानकारों का कहना है कि
डॉलर इंडेक्स के 110 के लेवल से नीचे जाने पर रुपये को मजबूती मिली और ये बढ़त के साथ खुलने में कामयाब रहा. डॉलर की कीमतों में गिरावट के पीछे कारण बताया जा रहा है कि आगामी महीने यानी नवंबर 2022 में अमेरिका में फेडरल रिजर्व के दरों में उम्मीद से कम बढ़ोतरी का अनुमान है और इस रुझान का असर डॉलर के दाम पर देखा जा रहा है.
आज डॉलर इंडेक्स में क्या है लेवल
डॉलर इंडेक्स को देखें तो इसमें 0.06 फीसदी की तेजी देखी जा रही है और ये 109.76 के लेवल पर कारोबार कर रहा है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से डॉलर इंडेक्स की तेजी सीमित हुई है. विश्व की कई करेंसी के मुकाबले डॉलर तेजी से चढ़ रहा है और इसका असर भारतीय करेंसी रुपये पर भी आ रहा है. रुपये में पिछले दिनों 83 रुपये प्रति डॉलर से भी नीचे के स्तर देखे गए थे जिसके बाद इसको लेकर करेंसी जानकारों से लेकर आर्थिक विशेषज्ञों ने गहरी चिंता जताई थी.
ये भी पढ़ें
Published at : 27 Oct 2022 10:47 AM (IST) Tags: Rupee currency dollar rupee vs dollar Dollar index Pound हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
रुपया जल्द बनने वाला है इंटरनेशनल करेंसी! रूस, श्रीलंका होंगे इंटरनेशनल ट्रेड के लिए इस्तेमाल करने वाले पहले देश
जुलाई 2022 से भारत सरकार डॉलर की कमी वाले देशों को अपने रुपये सेटलमेंट मैकेनिज्म में लाने की कोशिश कर रही है.
डॉलर की तंगी वाले श्रीलंका और प्रतिबंधों से प्रभावित रूस, इंडियन रुपी ट्रेड सेटलमेंट मैकेनिज्म (Indian Rupee Trade Settlement Mechanism) का इस्तेमाल करना चाहते हैं. यह बात खलीज टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है. अगर ऐसा हुआ तो ये दोनों ऐसा करने वाले पहले देश होंगे. यह एक गेम-चेंजिंग पहल होगी, जो अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए डॉलर और अन्य प्रमुख मुद्राओं के बजाय भारतीय रुपये का उपयोग करने की अनुमति देती है. जुलाई 2022 से भारत सरकार डॉलर की कमी वाले देशों को अपने रुपये सेटलमेंट मैकेनिज्म में लाने की कोशिश कर रही है.
भारत के केंद्रीय बैंक RBI ने इंडियन रुपी ट्रेड सेटलमेंट मैकेनिज्म के माध्यम से श्रीलंका के साथ व्यापार के लिए बैंकों को 05 विशेष रुपया व्यापार खाते खोलने की मंजूरी दी है, जिन्हें वोस्त्रो खाते Vostro कहा जाता है. इसी तरह, आरबीआई ने बैंकों को रूस के साथ रुपये में व्यापार के लिए 12 Vostro खाते खोलने की मंजूरी दी है. मॉरीशस के साथ व्यापार के लिए एक और खाता भी आरबीआई द्वारा अधिकृत किया गया है.
नए मैकेनिज्म में रूस के साथ जल्द शुरू हो सकता है व्यापार समझौता
रिपोर्ट में भारत सरकार के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया कि भारत सरकार ऐसे और देशों को इस मैकेनिज्म में लाना चाहती है, जिनके पास डॉलर की कमी है. अब तक 5 से 6 बैंकों को रुपये में इंटरनेशनल ट्रेड सेटलमेंट की सुविधा के लिए Vostro खाते खोलने की अनुमति दी गई है. फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) के महानिदेशक अजय सहाय का कहना है कि कई मुद्दों को सुलझा लिया गया है. निर्यातकों और आयातकों ने खातों को खोलने के लिए बैंकों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. इसलिए, नई भुगतान प्रणाली के तहत रूस के साथ व्यापार समझौता कुछ शिपमेंट के लिए जल्द शुरू होने की उम्मीद है.
यह कदम रूस और भारत के बीच बढ़ते व्यापार अंतर के बीच महत्वपूर्ण है. वैसे तो रूस तेजी से भारत का शीर्ष तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है, लेकिन रूस को भारतीय निर्यात घट रहा है क्योंकि निर्यातक पश्चिमी प्रतिबंधों और एक सुचारू भुगतान तंत्र की कमी से सावधान हैं. ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्ज़मबर्ग और सूडान सहित अन्य देशों से भी भारत के रुपी ट्रेड सेटलमेंट मैकेनिज्म में रुचि प्राप्त हो रही है.
UAE के लिए तैयार हुआ कॉन्सेप्ट पेपर
भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के तीसरे सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार संयुक्त अरब अमीरात के साथ भारतीय रुपये में ट्रेड सेटलमेंट के लिए एक कॉन्सेप्ट पेपर तैयार किया है. संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर का कहना है, संयुक्त अरब अमीरात का सेंट्रल बैंक इस मामले को देख रहा है और मैकेनिज्म को संचालित करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहा है.
वोस्त्रो खाते खोलने के बाद, श्रीलंकाई नागरिक भौतिक रूप में 10,000 डॉलर (8,26,823 रुपये) रख सकते हैं. इसका अर्थ यह भी है कि श्रीलंकाई और भारतीय एक दूसरे के साथ अंतरराष्ट्रीय लेनदेन के लिए अमेरिकी डॉलर के बजाय भारतीय रुपये का उपयोग कर सकते हैं. श्रीलंका में रुपये को कानूनी मुद्रा के रूप में नामित करने से देश को डॉलर की ट्रेडिंग करेंसियां अपर्याप्त उपलब्धता के बीच अपने आर्थिक संकट से निपटने में बहुत आवश्यक लिक्विडिटी सपोर्ट मिलेगा. जब निवेशक घरेलू मुद्रा में बिक्री शुरू करते हैं तो देश की अर्थव्यवस्था, भुगतान संकट के संतुलन को और अधिक तीव्र होने से रोक सकती है.
IBA और FIEO शुरू करेंगे जागरूकता अभियान
भारत के वित्त मंत्रालय ने भारतीय बैंक संघ (IBA) और FIEO को रुपये के व्यापार के बारे में हितधारकों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए भी कहा है. भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 के तहत रुपये में सीमा पार व्यापार लेनदेन के लिए विस्तृत रूपरेखा तैयार की है. इसके अनुसार, इस व्यवस्था के तहत सभी निर्यात और आयात को रुपये में अंकित और चालान किया जा सकता है. दो व्यापारिक भागीदार देशों की मुद्राओं के बीच विनिमय दरें बाजार द्वारा निर्धारित की जा सकती हैं. इस व्यवस्था के तहत व्यापार लेनदेन का सेटलमेंट रुपये में होना चाहिए.
इस मैकेनिज्म के माध्यम से आयात करने वाले भारतीय आयातकों को रुपये में भुगतान करने की आवश्यकता होती है. इस पेमेंट को विदेशी विक्रेता या आपूर्तिकर्ता से माल या सेवाओं की आपूर्ति के चालान/इनवॉइस के एवज में भागीदार देश के प्रतिनिधि बैंक के वोस्त्रो खाते में जमा किया जाना चाहिए. इसी तरह, इस मैकेनिज्म के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात करने वाले भारतीय निर्यातकों को भागीदार देश के प्रतिनिधि बैंक के नामित वोस्त्रो खाते में बैलेंस से रुपये में एक्सपोर्ट प्रोसीड्स का भुगतान किया जाना चाहिए.
भारत को क्या होगा फायदा
कहा जा रहा है कि रुपये के अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनने से भारत का व्यापार घाटा कम होने की संभावना है. वैश्विक बाजार में रुपया मजबूत होगा. अन्य देश रुपये को अपनी व्यापारिक मुद्रा के रूप में अपनाना शुरू कर सकते हैं. एक मुद्रा को आम तौर पर 'अंतर्राष्ट्रीय' तब कहा जाता है, जब इसे व्यापार के विनिमय के माध्यम के रूप में दुनिया भर में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है. इससे पहले 1960 के दशक में कतर, यूएई, कुवैत और ओमान जैसे खाड़ी देशों में रुपये को स्वीकार किया गया था. भारत का पूर्वी यूरोप के साथ भुगतान समझौता भी था और इन भुगतान समझौतों के तहत खाते की यूनिट के रूप में रुपये का उपयोग किया जाता था. हालांकि 1960 के दशक के मध्य में इन व्यवस्थाओं को समाप्त कर दिया गया था.
नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की रफ्तार दोगुनी करना चाहता है HDFC Bank, एक माह में 10 लाख कार्ड का है टार्गेट
Raipur Crime News : क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर नौ लाख की ठगी
रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। Raipur Crime News राजधानी के डीडीनगर निवासी एक व्यक्ति से क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग में दोगुना लाभ का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने उससे साढ़े 10 हजार डालर के बराबर भातीय मुद्रा (नौ लाख रुपये से अधिक) की ठगी की है।
डीडीनगर थाने में मामले की रिपोर्ट कराई गई है। पीड़ित प्रमोद कुमार ने पुलिस को बताया कि उसे एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। उसमें क्रिप्टो करेंसी सहित अन्य विदेशी मुद्रा के लेन-देन संबंधी मैसेज आते थे। बिटकाइन स्टाक ट्रेडिंग के संबंध में कई लुभावनी स्कीम के मैसेज उन्हें मिलने लगे। उसने क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग में शुरुआती दौर में बहुत छोटी रकम निवेश किया, जिसका निश्चित मुनाफा मिलने लगा।
क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग में मिल रहे मुनाफे से प्रमोद का वाट्सएप ग्रुप पर विश्वास बढ़ता गया। उसने देश के ही एक व्यक्ति के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग में निवेश किया था। उससे संपर्क कर और जानकारी हासिल की और मोटी रकम निवेश किया। रकम मिलने में देरी होने तथा क्रिप्टो की कीमत बढ़ने का झांसा देकर ठग और अधिक रकम जमा करने के लिए प्रेरित करने लगे। तब उसे अपने साथ ठगी होने का एहसास हुआ।
ऐसे फंसाते हैं जाल में
बदमाश पहले वाट्सएप पर मैसेज भेजते हैं। इसमें कहा जाता है कि सीजीबी दुनिया का पहला सेंट्रलाइज्ड क्रिप्टो करेंसी आनलाइन बैंक है। जब आप हमारे प्लेटफार्म पर डालर, पाउंड या भारतीय करेंसी जमा करते हैं, तो हम पैसे को बिटकाइन में परिवर्तित करते हैं। इसे आपकी ओर से निवेश करते हैं।
इसके बाद हम वैश्विक बाजार में निवेश करते हैं और ट्रेडिंग से होने वाले अपने लाभ से आपकी जमा राशि पर ब्याज के रूप में आपको प्रतिदिन एक प्रतिशत रिटर्न देते हैं। हम आपकी क्रिप्टो करेंसी को निवेश में भी बदलते हैं, जो आपको नियमित आधार पर ऊंची रिटर्न देता है। बाजार दरों के उतार-चढ़ाव का इस पर कोई असर नहीं पड़ता।
डीडीनगर थाने में क्रिप्टो करेंसी स्टाक ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच जारी है।
Cryptocurrency Craze In India: भारत में प्रतिबंध की तैयारी, दूसरी ओर क्रिप्टो ट्रेडिंग का क्रेज भी आसमान पर
Wazir Treding Volume On Record High: वजीरएक्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि उसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1735 प्रतिशत बढ़ गया है। एक्सचेंज की ओर से बताया गया कि ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है।
एक ओर देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार की ओर से बिल तैयार किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर आरबीआई गवर्नर तक इसे लेकर निवेशकों को चेता चुके हैं। वहीं दूसरी ओर देश में इस उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के प्रति लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। भारतीयों के क्रिप्टो के क्रेज का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सजेंज वजीरएक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम कई गुना बढ़ गया है।
वजीरएक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम बेतहाशा बढ़ा
वजीरएक्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि उसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1735 प्रतिशत बढ़ गया है। एक्सचेंज की ओर से बताया गया कि ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। यानि एक साल के भीतर एक्सचेंज के जरिये इतनी मूल्य के खरीद और बिक्री के सौदे किये गये। 2020 के मुकाबले यह 1735 प्रतिशत की बढ़त है।
देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज
गौरतलब है कि क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज के जरिए की जाती है। जैसे शेयर बाजार में कारोबार करने के लिये स्टॉक एक्सचेंज जरूरी है, ठीक उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लेन-देन के लिए भी एक्सचेंज की जरूरत होती है। इसमें भारतीय निवेशकों के बीच वजीरएक्स खासा पसंदीदा है। इसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में साल भर में हुए इस इजाफे से भी इसकी लोकप्रियता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। एक पूर्व रिपोर्ट की मानें तो भारत में 1.5 करोड़ निवेशकों का देश में मौजूद क्रिप्टो एक्सचेंजों में रजिस्ट्रेशन है।
इस तरह खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि कई देश इसे लीगल कर चुके हैं। क्रिप्टो करेंसी खरीदने के दो जरिए हैं, लेकिन आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत की बात करें तो यहां पर काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है। जहां से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं।
24 घंटे खुले रहते हैं क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज
देश में बिटक्वाइन अन्य क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। रुपये में क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए आपको किसी एक एक्सचेंज पर पंजीकरण करना होता है। इसके लिए एक्सचेंज की साइट पर साइनअप करने के बाद अपनी केवायसी प्रक्रिया को पूरा कर वॉलेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और फिर इन डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है।
विस्तार
एक ओर देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार की ओर से बिल तैयार किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर आरबीआई गवर्नर तक इसे लेकर निवेशकों को चेता चुके हैं। वहीं दूसरी ओर देश में इस उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के प्रति लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। भारतीयों के क्रिप्टो के क्रेज का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सजेंज वजीरएक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम कई गुना बढ़ गया है।
वजीरएक्स का ट्रेडिंग वॉल्यूम बेतहाशा बढ़ा
वजीरएक्स ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि उसका ट्रेडिंग वॉल्यूम 1735 प्रतिशत बढ़ गया है। एक्सचेंज की ओर से बताया गया कि ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है। यानि एक साल के भीतर एक्सचेंज के जरिये इतनी मूल्य के खरीद और बिक्री के सौदे किये गये। 2020 के मुकाबले यह 1735 प्रतिशत की बढ़त है।
देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज
गौरतलब है कि क्रिप्टो ट्रेडिंग एक्सचेंज के जरिए की जाती है। जैसे शेयर बाजार में कारोबार करने के लिये स्टॉक एक्सचेंज जरूरी है, ठीक उसी तरह क्रिप्टोकरंसी के लेन-देन के लिए भी एक्सचेंज की जरूरत होती है। इसमें भारतीय निवेशकों के बीच वजीरएक्स खासा पसंदीदा है। इसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में साल भर में हुए इस इजाफे से भी इसकी लोकप्रियता का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। एक पूर्व रिपोर्ट की मानें तो भारत में 1.5 करोड़ निवेशकों का देश में मौजूद क्रिप्टो एक्सचेंजों में रजिस्ट्रेशन है।
इस तरह खरीदी जाती है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल कैश प्रणाली है, जो एक निजी कंप्यूटर चेन से जुड़ी हुई है और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी लोकप्रियता में इस कदर इजाफा हो रहा है कि कई देश इसे लीगल कर चुके हैं। क्रिप्टो करेंसी खरीदने के दो जरिए हैं, लेकिन आज सबसे आसान और लोकप्रिय तरीका इन्हें क्रिप्टो एक्सचेंज के जरिए खरीदना है। दुनिया भर में सैकड़ों क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं। भारत ट्रेडिंग करेंसियां की बात करें तो यहां पर काम कर रहे वजीरएक्स, जेबपे, क्वाइनस्विच कुबेर, क्वाइन डीसीएक्स गो समेत कई एक्सचेंज संचालित है। जहां से बिटक्वाइन, इथेरियम, टेथर और डॉजक्वाइन समेत दुनिया भर की डिजिटल मुद्राएं खरीदी जा सकती हैं।
24 घंटे खुले रहते हैं क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज
देश में बिटक्वाइन अन्य क्रिप्टो करेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी क्रिप्टो एक्सचेंज चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। इनके जरिए क्रिप्टो करेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। रुपये में क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश करने के लिए आपको किसी एक एक्सचेंज पर पंजीकरण करना होता है। इसके लिए एक्सचेंज की साइट पर साइनअप करने के बाद अपनी केवायसी प्रक्रिया को पूरा कर वॉलेट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं और फिर इन डिजिटल मुद्राओं की खरीदारी की जा सकती है।
Cyber Crime: करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर Demate Account खोल ऐसे ठगी करता था ये गैंग, 100 से भी ज्यादा लोगों को लगाया करोड़ों का चूना
Cyber Crime: करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर Demate Account खोल ऐसे ठगी करता था ये गैंग, 100 से भी ज्यादा लोगों को लगाया करोड़ों का चूना
करेंसी ट्रेडिंग में लाखों निवेश कर करोड़ों रुपये कमाने का सपना दिखाकर डिमैट खुलवाने वाले एक साइबर ठग (Cyber Fraud) को उत्तर प्रदेश साइबर सेल ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों को कॉल कर डिमैट अकाउंट (Demate Account) खुलवाकर करेंसी ट्रेडिंग (Currency Treading) कर मोटा पैसा कमाने का सपना दिखाता था।
यह लोग अपने एक फर्जी ऐप (Fake Demate App) की मदद से लोगों के रुपये को निवेश कराकर डिजिटल रूप से ही लाखों रुपये बढ़ा देते थे। जबकि हकीकत में निवेश किया गया रुपया तेजी से बढ़ना तो दूर शेयर की चढ़त और गिरावट के बीच नीचे आ जाता था। लोगों के रुपये निकालने की बात कहने पर आरोपी जीएसटी से लेकर कमिशन के रूप में लाखों रुपये वसूलकर खाता बंद कर देते थे। इसके बाद निवेशक को अपने साथ ठगी का पता लगता था। इसी गिरोह का भाड़ाफोड़ कर पुलिस ने एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी के अन्य साथियों का पता लगाने में जुटी है।
जांच के बारे में बात करते हुए एसपी साइबर क्राइम, प्रो त्रिवेणी सिंह ने कहा, “हमने इसी तरह के अन्य गिरोह की पहचान की है, जो निवेश के बहाने नागरिकों को धोखा दे रहे हैं। वे नकली निवेश ऐप बनाकर लोगों को लुभा रहे हैं। इसी तरह, लोग हैं नकली क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश ऑपरेटरों द्वारा ठगा जा रहा है। हम ऐसे धोखाधड़ी की जांच कर रहे हैं और एक कार्रवाई शुरू करेंगे।
दरअसल, कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के चिरंजीव विहार निवासी अशोक कुमार साइबर थाना पुलिस को शिकायत दी थी। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ शातिर ठगों ने उसे कॉल कर डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए प्रभावित किया। इसके बाद 15 लाख रुपये निवेश कराकर धोखाधड़ी कर ली। साइबर थाना पुलिस ने मामले की जांच की तो मध्य प्रदेश का लिंक मिला। पुलिस ने मामले की जांच कराकर छापेमारी कर मध्यप्रदेश से शोएब मंसूरी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मध्यप्रदेश के देवास स्थित त्रिवेणी नगर में रहता था। वह यहां कॉल सेंटर चलाकर लड़के लड़कियों से फोन कराकर लोगों को डिमैट अकाउंट खुलवाने का प्रलोभन दिलाता था।
ऐसे किया करोड़ों का खेल, अब पुलिस ने दबोचा
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने बताया कि वह मध्यप्रदेश के इंदौर में अमदानी सॉल्यूशन के नाम से एक सेंटर चलाते थे। इसमें आरोपी अपने साथियों की मदद से लोगों को फोन कर करेंसी ट्रेडिंग के लिए डिमैट अकाउंट खुलवाते थे। यह लोग कॉल कर लोगों को जल्द से जल्द रुपया डबल करने का लालच देते थे। अकाउंट खुलवाकर आरोपी उक्त शख्स का यूजर आईडी और पासवर्ड अपने पास रख लेते थे। जिसे डिमैट अकाउंट का एक्सिस कर सकें। साथ ही आरोपी ग्राहकों से निवेश के लिए अलग अलग अकाउंट से पैसा मंगाते थे।
फर्जी ऐप से बढ़ती दिखाई देती करेंसी
आरोपी निवेशकों को एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते थे। यह फर्जी ऐप आरोपियों ने इंटरनेट और प्ले स्टोर (Play Store) पर डाला हुआ था। जिसमें आरोपी अपने हिसाब से सेटिंग करते थे। इन ऐप्स को निवेशक को अपना पैसा बढ़ता दिखाई देता था, लेकिन हकीकत कुछ और ही थी। जिसकी भनक निवेशक को दूर दूर तक नहीं लगती थी।
जैसे ही अमाउंट बहुत ऊपर जाता निवेश अपना प्रोफिट निकालने की मांग करता था। इस पर भी आरोपी जीएसटी, कमीशन और फीस के नाम पर पीड़ित से अलग अलग अकाउंट्स में रुपया जमा करा लेते थे। जैसे ही पीड़ित को ठगी का शक होता। आरोपी ठग उसका खाता ब्लॉक कर नंबर बंद कर देते थे। आरोपी ने अपने इस जाल में फसांने के लिए लड़के और लड़कियों को कॉल करने के लिए ट्रेडिंग करेंसियां रखा हुआ था। बताया जा रहा है कि आरोपी अब तक करीब 100 लोगों से 15 करोड़ रुपये की ठगी कर चुका है। साइबर पुलिस आरोपी शोएब के अन्य साथियों का भी पता लगाने में जुटी है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 752