उदाहरण के लिए, जब मार्केट अत्यधिक अस्थिर होता है, तो अनुबंध का मूल्य अंकित मूल्य से दूर जा सकता है। इन स्थितियों में, अगर अनुबंध का अंतिम मूल्य और अंकित मूल्य के बीच का अंतर पूर्व निर्धारित सीमा से अधिक होता है तो खरीद/बिक्री-मार्केट ऑर्डर या सीमित ऑर्डर समाप्त हो जाएगा। 10% की सीमा मानकर, जब किसी अनुबंध का बाजार मूल्य उसके संगत अंकित मूल्य से 10% अधिक या कम होता है, तो आपका ऑर्डर समाप्त हो जाएगा।
Cryptocurrency in hindi 2022| क्रिप्टो करेंसी की जानकारी | CryptoCurrency Kya Hai?
आजकल शेअर मार्केट, मुच्युअल फंड मे इनवेस्टमेंट से जादा चर्चे CryptoCurrency मे Investment के हो रहे हैं, क्योंकि Bitcoin, Ethereum जैसे क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो यह काफी कम समय मे बहुत जादा रिटर्न्स दिये है जो की शेअर मार्केट और म्युचुअल फंड 20-20 सालो मे भी नहीं देते.
आज हम देखेंगे की क्रिप्टोकरेंसी क्या है? और यह कैसे काम करती है. क्रिप्टोकरेंसी की A to Z जानकारी हम आपको यहा देंगे. तो चलिये देखते हैं CryptoCurrency Kya Hai और CryptoCurrancy Kaise kam karti Hai.
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहते है. यह एक आभासी मुद्रा हैं. इसे Decentralized System द्वारा नियंत्रित किया जाता है. भारत मे जैसे रुपया, अमेरिका मे डाॅलर वैसे ही क्रिप्टोकरेंसीया भी एक Currency का काम करती है.
कई देशों मे इसे लिगल टेंडर तक घोषित कर दिया है यानी आप लेन देन मे इसका इस्तमाल कर सकते हो.
क्रिप्टोकरेंसी काम कैसे करता है?
असल मे क्रिप्टोकरेंसी ब्लाॅकचेन पर काम करती है, दरसल जो भी लेन देन या ट्राझेक्शन होता है उसका सारा रेकार्ड रखा जाता है. कुछ एडवांस कंप्यूटर होते है उसके जरिये इसमे निगरानी रखी जाती है इसे CryptoCurrency Mining भी कहा जाता है.
इसका हर एक छोटा बडा Transaction एक ब्लाॅक मे रखा जाता है. ब्लाॅक की सिक्योरिटी मायनर्स के हात मे होती है. इसका बहुत कठिण कैलकुलेशन होता है उसे हल करे उसे सुरक्षित रखने का काम Miners का होता है. Mining करके भी बहुत लोग पैसा कमाते है.
Miners ब्लाॅक को सुरक्षित करते है और उसे एक कोड लगा देते है यह वेरिफाय करने का काम Nodes करते है, इसे Consensus कहा जाता हैं. यह सब प्रोसेस करने के लिये Miners को क्रिप्टोकाईंन्स भी मिलते हैं.
एक ऐसा मार्केट जहा पर आप कोई भी लिस्टेड क्रिप्टोकरेंसी को आप खरिद या बेच सकते या उसमे ट्रेड कर सकते है जैसे Bitcoin, Ethereum, Binance, Litecoin, Dogecoin और भी ऐसे सेकडो करेंसी हैं.
भारत मे अलग अलग Platform है जैसे CoinDCX, CoinSwitch, Wazirx जिसके जरिये आप क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में इनवेस्टमेंट या ट्रेडिंग करते क्या होते हैं क्रिप्टो इंडेक्स? है.
कुछ पाॅपुलर क्रिप्टोकरेंसी-
1. 𝙱𝚒𝚝𝚌𝚘𝚒𝚗
2. 𝙴𝚝𝚑𝚎𝚛𝚎𝚞𝚖
3. 𝚁𝚒𝚙𝚙𝚕𝚎
4.𝙻𝚒𝚝𝚎𝚌𝚘𝚒𝚗
5.𝙳𝚘𝚐𝚎𝚌𝚘𝚒𝚗
6.𝚟𝚘𝚒𝚌𝚎𝚌𝚘𝚒𝚗
7.𝙱𝚒𝚗𝚊𝚗𝚊𝚌𝚎 और भी कई है जिसे आप गुगल पर जाकर जान सकते है.
क्रिप्टो करेंसी इंडिया :
CryptoCurrency का क्रेझ भारत मे भी देखने को मिल रहा है, हजारो करोंड का इनवेस्टमेंट भारत मे है. लोग सोने मे इनवेस्टमेंट की बजह अब क्रिप्टोकरेंसी मे इनवेस्टमेंट करना पसंद कर रहे है क्योंकि इसमे बहुत कम समय मे बहुत जादा रिटर्न्स मिल रहे है.
भारत मे अगर क्रिप्टोकरेंसी मे इनवेस्टमेंट करना है तो आपको बहुत सारे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लॅटफॉर्म मिल जायेंगे जहा से आप इसमे इनवेस्टमेंट कर सकते हो. जैसे की
1. CoinSwitch Kuber
2. CoinDCX
3.WazirX
और भी कई है लेकिन फिलाल तो यही जादातर इस्तमाल किये जा रहें हैं.
कुछ दिन क्या होते हैं क्रिप्टो इंडेक्स? पहले बिटकाॅईन पर भारत मे बैन लगा दिया था लेकिन कोर्ट से इस निर्णय को वापस ले लिया इसलिये फिलाल तो भारत मे क्रिप्टोकरेंसी पर कोई पाबंदी नहीं है लेकिन इसपर कोई Regulatory भी नहीं है इसलिये अगर आपके साथ CryptoCurrency को लेकर कोई Issue होता है या कोई धोका होता है तो आप कुछ नहीं कर सकते क्योंकि इसपर कोई कानुन नहीं बना गया है इसलिये क्रिप्टोकरेंसी खरिदना है तो अपने रिस्क पे ही खरिदना पढेगा.
लेकिन जल्द ही भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर जल्द ही कडे नियम लगानेवाली है इसपर कंट्रोल करनेवाले रुल्स लानेवाली है ताकी क्रिप्टोकरेंसी मे होनेवाले पैसो पर नजर रहें क्योंकि भारत क्रिप्टोकरेंसी का बडा मार्केट हैं.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश कैसे करें ? ( How to Invest In CryptoCurrancy)
यह उतना ही आसान जितना आप शेअर मार्केट से कोई शेअर खरिदी करना. इसके लिये आपको एक क्रिप्टोकरेंसी वाॅलेट की जरुरत पडेगी जिसकी मदत से आप अपनी मुद्रा के बदले क्रिप्टो मुद्रा को खरिद सकें.
बहुत सारे प्लॅटफॉर्म है जहा पर आप आसानी से कोई भी क्रिप्टोकरेंसी खरिद सकते है WazirX, CoinDCX go, CoinSwitch Kuber, Zebpay, Unicoin जैसे कई प्लॅटफॉर्म है जहा पर आप कोई भी क्रिप्टोकरेंसी खरिद अथवा बेच सकते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी को कोई एक कंट्रोल नहीं कर सकता यह एक दिन मे 10 प्रतिशत चढते है और 10 प्रतिशत उतरते है इनका कोई अंदाजा नहीं होता इसलिये क्रिप्टोकरेंसी मे रिटर्न्स तो बहुत मिलते लेकिन यहा रिस्क बहुत होता है. जितनी तेजी से यह ऊपर चढते है उतनी ही तेजी से यह गिरते है. बहुत लोग बोलते है यह इस साल इतने तक जायेगा, उतने तक जायेगा लेकिन यह सब Prediction होते है दरसल किसी एक क्रिप्टो करेंसी न्यूज़ के आते ही इसका प्राईज ऊपर नीचे होने लगता है इसको भाप पाना मुश्किल ही नहीं नामुनकिन हैं. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना जोखिमों से भरा हैं.
क्रिप्टो करेंसी क्या है
प्रत्येक देश की अपनी एक करेंसी अर्थात मुद्रा होती हैं और उसका एक निश्चित नाम भी होता है, जैसे कि भारत में रूपया, अमेरिका में डालर, अरब का रियाल आदि | किसी भी देश की करेंसी के माध्यम से उस देश की अर्थव्यवस्था संचालित होती है |
इन सभी करेंसी को आप देख सकते है, अपनें पास एकत्र कर सकते है परन्तु आज की इस डिजिटल दुनिया में एक नई तरह की करेंसी आ गयी है, जिसे न ही हम देख सकते है और ना ही हम छू सकते है, क्योंकि यह डिजिटल फॉर्म में होती हैं | इस डिजिटल करेंसी का नाम क्रिप्टोकरेंसी है | क्रिप्टो करेंसी क्या है, क्रिप्टो करेंसी के प्रकार व नाम के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी विधिवत रूप से दे रहे है |
क्रिप्टो करेंसी का क्या मतलब होता है ?
Table of Contents
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है, जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है | यह एक ऐसी मुद्रा है, जिसे किसी भी देश की सरकार लागू नहीं करती है | इस मुद्रा पर किसी देश, राज्य या किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है अर्थात यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जो डिजिटल रूप में होती है इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी द्वारा आप किसी भी तरह की वस्तु या सेवाएं खरीद या बेच सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत सबसे पहले जापान के सतोषी नाकमोतो नामक इंजीनियर नें वर्ष 2009 में की थी और पहली क्रिप्टो करेंसी का नाम बिटकॉइन है | हालाँकि शुरुआत में इसे कोई खास सफलता नहीं मिली परन्तु कुछ समय बाद यह काफी प्रचलित हुई और इसकी कीमत आसमान छूने लगी और धीरे-धीरे यह पूरी दुनिया में फ़ैल गयी |
क्रिप्टो करेंसी के प्रकार (Types Of Crypto Currency)
वर्तमान समय में लगभग 1 हजार से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उपलब्ध हैं, परन्तु इनमें से कुछ क्रिप्टो करेंसी ऐसी है, जिनका उपयोग सबसे अधिक किया जा रहा है, इनके नाम इस प्रकार है-
बिटकाइन (Bitcoin)
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी है, मुख्य रूप से इसका उपयोग बड़े-बड़े सौदो में किया जाता है|
सिया कॉइन (Sia Coin)
सिया कॉइन को एससी के नाम से भी जाना जाता है, ग्रोथ करने के मामले में बिटकॉइन के बाद सियाकॉइन का नंबर आता है |
लाइटकॉइन (Lite Coin)
लाइटकॉइन का अविष्कार वर्ष 2011 में चार्ल्स ली द्वारा क्या होते हैं क्रिप्टो इंडेक्स? किया गया था, यह क्रिप्टोकरेंसी भी बिटकॉइन की तरह ही हैं, जोकि डीसेंट्रलाइज्ड भी हैं और साथ ही पीर टू पीर टेक्नोलॉजी के तहत कार्य करती हैं |
क्रिप्टो या डिजिटल टोकन क्या होते हैं?
तो चलिए हम अपना सामान बेचने के लिए फिर से दुकान या शोरूम का उदाहरण लेते हैं । मगर इस बार हम अपनी खुद की दुकान न बना कर किराये की दुकान या शोरूम लेंगे और अपना सामान ग्राहकों को बेचेंगे। क्योंकि हमारी आमदनी उतनी नहीं है और नाहीं हमारा बजट उतना है कि हम दुकान के लिए ज़मीन खरीद कर नई दुकान बना सकें, या हम दुकान को अस्थायी रूप से लेना चाहते हैं क्या होते हैं क्रिप्टो इंडेक्स? ताकि अगर हमारा काम आगे चलकर तरक्की कर जाए तो हम वह दुकान छोड़ कर किसी बड़ी दुकान या बड़ा शोरूम ले लें।
अगर हम किराये की दुकान लेते हैं तो दुकान की सुरक्षा से संबंधित जिम्मेदारी पर ध्यान देना होता है उसकी मरम्मत या रखरखाव संबंधित काम दुकान के मालिक का होता है। हमें उसक दुकान का उपयोग कर अपना सामान बेचना है। अगर हमारा काम ज्यादा बड़ा हो जाता है और हमें उतनी क्या होते हैं क्रिप्टो इंडेक्स? आमदनी होती है कि हम अपनी खुद की दुकान ले सकें तो हम बाद में अपनी खुद की भी दुकान खरीद सकते हैं।
निष्कर्ष
क्रिप्टो कॉइन या क्रिप्टो टोकन दोनो ही सेवाओं को उपयोग करनें के लिए दी जाने वाली खर्च की पूर्ति करने के काम में लाए जा सकते हैं ।
क्रिप्टोकॉइन या क्रिप्टोटोकन में वही फ़र्क होता हैं जैसा कि अपनी दुकान खरीदने में या किराये की दुकान खरीद कर सामान बेचनें में।
ध्यान रहें कि किराये की दुकान वाला कभी भी अपनी दुकान बना सकता है मतलब कोई भी टोकन अपनी ब्लॉकचेन शुरू कर कभी भी क्रिप्टोकॉइन बन सकता है या कोई भी क्रिप्टोकॉइन किसी दूसरी ब्लॉकचेन का उपयोग कर अपना क्रिप्टो टोकन बना सकती है।
पते की बात इतनी है कि अगर खुद की ब्लॉकचेन व्यवस्था है तो वह क्रिप्टोकॉइन कहलाएगा और अगर दूसरे की ब्लॉकचेन व्यवस्था का उपयोग कर अपनी सेवा दे रही है तो क्रिप्टो टोकन कहलाता है।
Cryptocurrency: क्रिप्टो टोकन बनाकर आप भी कमा सकते हैं पैसा, जानिए क्या होते हैं Crypto Token
नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों में ढेरों क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आई हैं। जिनका अच्छा खासा डेवेलपमेंट भी हुआ है। इनमें से सबसे पॉपुलर बिटकॉइन, इथीरियम, डॉजकॉइन और लाइटकॉन जैसी करेंसीज़ के नाम शामिल हैं। सीधे शब्दों में अगर बात करें तो क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की डिजिटल करेंसी ही होती है। जिसे कॉइन या टोकन किसी भी रूप में लिया जा सकता है। यह दोनों ही चीजें एक-दूसरे से काफी अलग होती हैं। क्या आप जानते हैं कि आप भी खुद का क्रिप्टो टोकन कैसे बना सकते है। जो बाकियों से काफी अलग होगा है।
बाजार के ऑर्डर तरल और अस्थिर बाजार स्थितियों में कैसे प्रभावित होते हैं?
बाजार की अस्थिर स्थितियों के दौरान, अनुबंध का मूल्य कम समय में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ सकता है, जिससे मार्केट ऑर्डर अवांछनीय मूल्य पर निष्पादित हो सकते हैं।
यदि आप इन परिस्थितियों में मार्केट ऑर्डर देते/देती हैं, तो वे मार्केट ऑर्डर मूल्य सीमा/फ्लोर अनुपात क्या होते हैं क्रिप्टो इंडेक्स? के कारण समाप्त हो सकते हैं या आंशिक रूप से भरे जा सकते हैं, जोकि अत्यंत तरल बाजार स्थितियों में प्रचलित है। एक बार मार्केट ऑर्डर मूल्य कैप/फ्लोर अनुपात सीमा से अधिक हो जाने पर,कोई भी अपूर्ण मार्केट ऑर्डर समाप्त हो जाएगा।
हालांकि मार्केट ऑर्डर मूल्य कैप/फ्लोर अनुपात व्यापार निश्चितता और न्यूनतम मूल्य जोखिम के उद्देश्यों को संतुलित करने के उद्देश्य से एक स्तर पर निर्धारित किया जाता है, एक संभावना यह है कि व्यापार में देरी हो सकती है या नहीं हो सकती है। इसके अलावा, कृपया ध्यान दें कि अनुबंधों में अलग-अलग मार्केट ऑर्डर मूल्य कैप/फ्लोर अनुपात हो सकते हैं जो ट्रेड की गति और निश्चितता को प्रभावित कर सकते हैं।
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