उदयपुर में हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी-कांग्रेस को जमकर कोसा, वसुधंरा राजे को बताया लुटेरी दूल्हन
उदयपुर: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को उदयपुर में कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। आगामी विधानसभा को लेकर अपनी पार्टी के लिए मेवाड़ में जमीन तलाशने पहुंचे बेनीवाल ने यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बीजेपी नेताओं पर भी जमकर भड़ास निकाली। राजस्थान में गहलोत-वसुंधरा के गठजोड़ की बात दौहराते हुए इस बार बेनीवाल ने वसुधंरा राजे को लुटेरी दुल्हन तक कह डाला। उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी के 20 दूल्हे और एक लुटेरी दुल्हन है, ये मुख्यमंत्री के चेहरे हैं।
बेनीवाल ने गहलोत और मोदी पर साधा निशाना
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराध के लिए पूर्ण रूप से गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया। वहीं दूसरी और महिला अपराध में उत्तरप्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश को पीछे छोड़कर राजस्थान के आगे निकलने पर कटाक्ष किया। यहां पर मजबूूूत कानून व्यवस्था को लागू करने की जरूरत बताया। प्रदेश के हालातों पर चिंता जाहिर करते हुए बेनीवाल ने कहा कि गहलोत और वसुंधरा राजे का गठजोड़ है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी के मामले में मोदी और गहलोत सरकार पूरी तरह से फेल रहे हैं। उसका परिणाम यह है कि प्रदेश के युवाओं को दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
प्रदेश में बदलाव की लड़ाई रही है आरएलपी
आजादी के 70 सालों में राजस्थान में सबसे ज्यादा कांग्रेस और उसके रुझान अनुमान के तरीके बाद भाजपा का राज रहने के बाद भी हालातों में बदलाव नहीं आए। बेनीवाल ने कहाकहा कि आरएलपी बदलाव की लड़ाई लड़ रही है। आरएलपी मेवाड़ और मारवाड़ में आने वाले दिनों मे बहुत रुझान अनुमान के तरीके बड़ी रैली करने जा रही है। इसमें लाखों लोगों को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा आरएलपी प्रदेश में तीसरे विकल्प के रूप में लोगों के बीच जाएगी और भाजपा और कांग्रेस की स्थिति को बयां करने के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।
Himachal Pradesh Exit Poll: कितने सही होते हैं एग्जिट पोल, 2017 के हिमाचल चुनाव में किसका क्या था अनुमान?
हिमाचल प्रदेश को लेकर अलग-अलग एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी कर दिया है। सूबे में 12 नवंबर को मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के मुताबिक, कुल 74.05 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। आमतौर पर यहां दो पार्टियों के बीच ही यहां लड़ाई होती है, लेकिन इस बार आम आदमी पार्टी की एंट्री ने मुकाबले को रोचक बना दिया। हालांकि, जो एग्जिट पोल के नतीजे आ रहे हैं उससे यही मालूम चल रहा है कि इस बार भी मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही हुआ है।
इस बार के तमाम एग्जिट पोल ने भी अनुमान लगाया है कि भाजपा फिर से सत्ता में आ रही है। मतलब हर पांच साल में सरकार बदलने का ट्रेंड बदल जाएगा। हालांकि, आजतक एक्सिस मायइंडिया ने अलग ही दावा किया है। इनके सर्वे के अनुसार, हिमाचल में भाजपा सत्ता से बाहर जा रही है और कांग्रेस की वापसी हो रही है।
आइए जानते हैं कि 2017 के एग्जिट पोल में क्या हुआ था? तब किस एजेंसी ने किस पार्टी को कितनी सीटें दी थीं? नतीजे क्या निकले थे? इस बार क्या होगा?
हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटें हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 35 है।
एजेंसी | भाजपा | कांग्रेस | आप | अन्य |
रिपब्लिक पी-मारक्यू | 34-39 | 28-33 | 0-1 | 1-4 |
टाइम्स नाऊ ईटीजी | 38 | 28 | 0 | 2 |
इंडिया टीवी | 35-40 | 26-31 | 0-0 | 0-3 |
इंडिया न्यूज- जन की बात | 32-40 | 34-27 | 0-0 | 2-1 |
जी न्यूज-बार्क | 35-40 | 20-25 | 0-3 | 1-5 |
आजतक एक्सिस माय इंडिया | 24-34 | 30-40 | 0-0 | 0-0 |
टीवी9 ऑन द स्पॉट | 33 | 31 | 0 | 4 |
न्यूज 24-टुडेज चाणक्या | 33 | 33 | 0 | 2 |
एबीपी सी-वोटर | 33-41 | 24-32 | 0-0 | 0-4 |
2017 के एग्जिट पोल क्या कहते हैं?
पांच पहले यानी 2017 में हिमाचल प्रदेश को लेकर तमाम एजेंसियों ने दावा किया था कि भाजपा की सरकार बनेगी। हालांकि, सीटों को लेकर सबका अनुमान अलग-अलग था। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की गई थी। पोल के अनुसार बीजेपी को 47-55, कांग्रेस को 13-20 और अन्य को 0-2 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
न्यूज 24-टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल में भी बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया गया था। इस एग्जिट पोल के अनुसार बीजेपी को 55 सीटें मिलने वाली थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में 13 सीटें दिखाई गई थी। एबीपी-सीएसडीएस के एग्जिट पोल में भाजपा के लिए 38, कांग्रेस के लिए 29 सीटों का अनुमान लगाया गया था। अन्य को एक सीट मिलने का दावा था।
नतीजे क्या निकले थे?
2017 में हिमाचल प्रदेश में भाजपा ने 44 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस के खाते में 21 सीटें गईं थीं। तीन सीट अन्य के खाते में गई थी। 2012 के मुकाबले भाजपा को 18 सीटों का फायदा हुआ था, जबकि कांग्रेस को 15 सीटों का नुकसान। मतलब एग्जिट पोल का ओवरऑल परिणाम तो सही निकला, लेकिन सीटों के गणित में काफी अंतर दिखा।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
राजनीतिक विश्लेषक प्रो. अजय कुमार सिंह कहते हैं, 'एग्जिट पोल एकदम सटीक नहीं होते हैं। पोल के नतीजों और असली नतीजों में अंतर हो सकता है। कई बार पोल बिल्कुल रुझान अनुमान के तरीके गलत साबित होते हैं तो कई बार नतीजे आस-पास ही आते हैं। ऐसा तब होता है जब ज्यादा सैंपल लिए जाते हैं। ज्यादा सैंपल लिए जाने पर पोल के सही होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में सर्वे की टीम नहीं पहुंच पाती है। इसके चलते इन पोल्स पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है।
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Up Chunav Survey: यूपी में योगी की बनेगी सरकार या अखिलेश के पास होगी सत्ता? देखें 5 सर्वे के नतीजे
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग में अब अधिक समय नहीं बचा है। राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान चरम पर है तो अधिकतर वोटर्स पर अपना मन बना चुके हैं कि ईवीएम में उन्हें किस निशान के आगे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग में अब अधिक समय नहीं बचा है। राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान चरम पर है तो अधिकतर वोटर्स पर अपना मन बना चुके हैं कि ईवीएम में उन्हें रुझान अनुमान के तरीके किस निशान के आगे बटन दबाना है। यूपी चुनाव में 7 चरणों के मतदान के बाद किसकी सरकार बनेगी यह तो 10 मार्च को तय होगा, फिलहाल वोटिंग से पहले के सोमवार को 5 सर्वे एजेंसियों ने ओपिनियन पोल के नतीजे जारी किए। इनमें से 4 में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है तो एक एजेंसी ने सपा को पूर्ण बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की है।
सीवोटर का अनुमान, बीजेपी को मिलेगी पूर्ण बहुमत
सी-वोटर और एबीपी न्यूज की ओर से किए गए सर्वे के मुताबिक, यूपी में योगी आदित्यनाथ की अगुआई में बीजेपी आसानी से बहुमत हासिल कर सकती है तो समाजवादी पार्टी पिछले चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद सत्ता से दूर रह जाएगी। सी वोटर के सर्वे के मुताबिक, बीजेपी को 225-237 सीटें मिल सकती हैं तो सपा 139-151 सीटों पर कब्जा कर सकती है। बसपा को 13-21 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है। कांग्रेस के हाथ में 4-8 सीटें ही रह सकती हैं तो अन्य को 2-6 सीटें मिल सकती हैं।
क्या कहता है इंडिया टीवी के सर्वे?
इंडिया टुडे के सर्वे के मुताबिक, 403 सीटों वाली यूपी विधानसभा में बीजेपी को 241-245 सीटें मिल सकती हैं। सपा गठबंधन को 144-148 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। बीएसपी को 5-9 सीटें मिल सकती हैं तो कांग्रेस 3-7 सीटों पर कब्जा कर सकती है। अन्य के खाते में 1-3 सीटें जा सकती हैं।
टीवी9 भारतवर्ष और पोलस्ट्रैट के सर्वे में बीजेपी 200 पार
टीवी-9 भारतवर्ष और पोलस्ट्रैट की ओर से सोमवार शाम प्रसारित सर्वे के मुताबिक, यूपी में बीजेपी को 205 से 221 सीटें मिल सकती हैं तो माजवादी पार्टी 144 से 158 सीटें हासिल कर सकती है। बीएसपी को 21-31 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस को 2-7 सीटों से संतोष करना पड़ सकता है तो अन्य के खाते में 0-2 सीटें रह सकती हैं।
इंडिया न्यूज ने भी की बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी
इंडिया न्यूज-जन की बात की ओर से किए गए फाइनल ओपिनियन पोल के मुताबिक, यूपी में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन सकती है। बीजेपी को 228-254 सीटें मिल सकती हैं तो सपा गठबंध 138-163 सीटों पर कब्जा कर सकती है। बीएसपी को 5-6 सीटें ही मिलने का अनुमान जताया गया है तो कांग्रेस के साथ 2 और अन्य के खाते में 4 सीटें जा सकती हैं।
डीबी लाइव के सर्वे में सपा को बहुमत
डीबी लाइव और इलेक्ट लाइन की ओर से किए गए ओपनियन पोल के मुताबिक, यूपी में सपा गठबंधन बहुमत हासिल कर सकता है। सपा को 210-218 सीटें मिल सकती हैं तो बीजेपी 149-157 सीटों पर सिमट सकती है। बीएसपी को 17-25 सीटें हासिल हो सकती हैं तो कांग्रेस को 6-12 सीटें और अन्य को 3-9 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
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