स्टॉक मार्केट में, ट्रेडिंग अकाउंट के सारे ट्रांसेक्शन स्टॉक ब्रोकर ( जैसे Zerodha या Upstox) के अधीन होते हैं, जबकि डीमैट अकाउंट के ट्रांसेक्शन डिपॉज़िटरी (NSDL या CDSL) के अधीन होते हैं.

डीमैट और ट्रेडिंग

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है

Zerodha में ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलने की फीस Rs.200 है अकाउंट ऑनलाइन कैसे ओपन करना है, इसकी जानकारी के लिए यहाँ क्लिक कीजिये

अगर आप MCX के कमोडिटी डेरिवेटिव्स अकाउंट में ट्रेड करना चाहते हैं, तो फिर आप इसे ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट ओपन होने के बाद हमारे बैकऑफिस Console से इनेबल कर सकते है

Console से कमोडिटी सेगमेंट इनेबल करने के लिए आप इस लिंक में क्लिक कीजिये और इसमें दिए गए स्टेप्स को फॉलो कीजिये

कमोडिटी सेगमेंट को इनेबल करने की फीस Rs.100/- है जो की अकाउंट ओपन होने के बाद आपके लेजर/ledger से डेबिट कर ली जायेगी

नोट

1. यदि आपने कमोडिटी अकाउंट इनेबल करने के लिए ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट ओपन करते समय फीस दे दी है, तो फिर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है आपको Console से इनेबल करने के समय कोई फीस नहीं लगेगी

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  • Zerodha में अकाउंट ओपन करने के लिए किसी एजेंट से कैसे संपर्क कर सकतें हैं ?
  • 3-इन -1 अकाउंट खोलने के क्या लाभ हैं?
  • डीपी चार्ज का क्या मतलब है?

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ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और कैसे बनाते हैं – Trading Account In डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है Hindi

Trading Account In Hindi: अगर आपको शेयर बाजार में थोड़ी भी रूचि है और पैसे से पैसे कमाना चाहते है या फिर आप शेयर बाजार से सम्बंधित Content पसंद करते हो तो आपने यह जरुर सुना होगा की शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने के लिए Trading Account की जरूरत होती है, बिना इसके न तो आप शेयर खरीद सकते हैं और न ही बेच सकते हैं.

पर क्या आप जानते हैं आखिर यह Trading Account क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट काम कैसे करता है, ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते है, ट्रेडिंग अकाउंट कहाँ खुलवाएं और ट्रेडिंग अकाउंट तथा Demat Account में क्या अंतर होता है.

डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है

Zerodha में ट्रेडिंग डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और डीमैट अकाउंट खोलने की फीस Rs.200 है अकाउंट ऑनलाइन कैसे ओपन करना है, इसकी जानकारी के लिए यहाँ डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है क्लिक कीजिये

अगर आप MCX के कमोडिटी डेरिवेटिव्स अकाउंट में ट्रेड करना चाहते हैं, तो फिर आप इसे ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट ओपन होने के बाद हमारे बैकऑफिस Console से इनेबल कर सकते है

Console से कमोडिटी सेगमेंट इनेबल करने के लिए आप इस लिंक में क्लिक कीजिये और इसमें दिए गए स्टेप्स को फॉलो कीजिये

कमोडिटी सेगमेंट को इनेबल करने की फीस Rs.100/- है जो की अकाउंट ओपन होने के बाद आपके लेजर/ledger से डेबिट कर ली जायेगी

नोट

1. यदि आपने कमोडिटी अकाउंट इनेबल करने के लिए ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट ओपन करते समय फीस दे दी है, तो फिर आपको Console से इनेबल करने के समय कोई फीस नहीं लगेगी

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डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के चार्ज

डीमैट और रीमैट चार्ज

शेयर को फिजिकल फॉर्म मतलब कागजी फॉर्म से डिजिटल फॉर्म में कन्वर्ट करने के लिए चार्ज को डीमैट चार्ज लगता है, जबकि इसके विपरीत शेयर को डिजिटल फॉर्म से फिजिकल फॉर्म में चेंज करने के लिए रीमैट चार्ज लगता है.

इसके दूसरी ओर, ट्रेडिंग अकाउंट में स्टॉक ब्रोकर कुछ अन्य प्रकार के चार्ज लगाता है, जैसे ब्रोकरेज चार्ज, डीपी चार्ज आदि कहते है।

Q.क्या केवल डीमैट अकाउंट को रख सकते हैं?

A. जी हाँ, यदि कोई व्यक्ति शेयर को लम्बे समय के लिए रखना चाहता है, तो वह केवल डीमैट अकाउंट खुलवा सकता है. जबकभी कोई निवेशक आईपीओ में निवेश करना चाहता है तो उसे केवल डीमैट अकाउंट की ही जरुरत होती है.

Q.क्या केवल ट्रेडिंग अकाउंट ही रख सकते हैं?

A. जी हाँ, यह भी संभव है लेकिन वह डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है व्यक्ति केवल फ्यूचर और ऑप्शन जैसी चीजों में ही ट्रेड कर सकता है. क्योकि इनमे शेयर की डिलीवरी नहीं दी जाती।

. लेकिन काफी नहीं है डीमैट खाता

शेयरों में डायरेक्ट निवेश के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है आपके पास तीन तरह के खाते होने जरूरी हैं। बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता शामिल। ट्रेडिंग अकाउंच के बिना डीमैट खाता अधूरा है। डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, IPO, म्यूचुअल फंड और गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DPs) करते हैं।

कैसे ट्रांसफर होती है रकम?

-डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है।

-सबसे पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है।

-ट्रेडिंग अकाउंट की एक आईडी होती है, इस
अकाउंट के जरिए शेयरों को खरीदा-बेचा जा सकता है।

-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखाई देता है।

ब्रोकरेज हाउस की फीस जरूर देखें

डीमैट खाते से जुड़ी तमाम तरह की फीस के बारे में जानकारी जरूर रखें। इसके साथ कई चार्ज जुड़े होते हैं। मसलन आपको इस खाते की ऐनुअल मेन्टिनेंस फईस के तौर पर कुछ अमाउंट देना होता है और जैसे ही डीमैट खाता ऐक्टिव होता है ट्रांजैक्शन फीस देनी होती है। अगर साल के बीच में यह खाता बंद हो जाता है डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है तो मेन्टिंनेंस फीस क्वॉर्टर के आधआर पर प्रपोर्शनेटली ली जाती है। बहरहाल DP अकाउंट बंद करने या एक से दूसरे DP को होल्डिंग्स ट्रांसफर करने पर भी कोई चार्ज नहीं लगता।

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