सिरमा एसजीएस टेक (Syrma SGS Tech) का IPO शुक्रवार यानी 12 अगस्त को खुल रहा है. (File)

आईपीओ क्या है, आईपीओ में इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान देने वाले बातें

इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) क्या है?

इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग एक प्रक्रिया है जिसमें एक कंपनी पहली बार अपनी शेयर्स स्टॉक मार्केट में जनता को, फंड जुटाने के लिए ऑफर करती है।

एक आईपीओ में, इंस्टीटूशन्स और साथ ही रिटेल इन्वेस्टर्स, दोनों भाग ले सकते हैं और इस कारण से, इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग में इंवेस्टमेंट्स, इन्वेस्टर्स द्वारा काफी उत्साह से देखा जाता है ।

स्टॉक की कीमत आईपीओ के दौरान इश्यू सेल द्वारा निर्धारित की जाती है, जो ऊपर या नीचे जा सकती है और यह कंपनी के स्टॉक में इन्वेस्टर्स की रुचि (इंटरेस्ट) पर निर्भर करती है।

साल 2021 के दौरान, भारत में विभिन कंपनियों ने 1.2 लाख करोड़ रूपए का रिकॉर्ड पैसा आईपीओ के द्वारा स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टर्स से उठाएं थें। जो की भारत में किसी एक कैलेंडर साल में अब तक का, आईपीओ से उठाये गए सबसे बड़ा अमाउंट है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के डेटा के अनुसार, साल 2021 लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए में कुल मिला कर 115 कंपनियों ने SEBI के पास अप्रूवल के लिए अपने डाक्यूमेंट्स जमा दिए थें। इनमे से 63 इंडियन कंपनियों ने साल 2021 में आईपीओ स्टॉक मार्केट में लॉन्च किये थें।

IPO में उपयोग की जाने वाली प्रमुख टर्म्स।

नीचे इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग में इस्तेमाल किये जाने बाले टर्म्स दिए गएँ हैं जिनका उपयोग अक्सर तब किया जाता है जब हम आईपीओ पर चर्चा या उसकी एनालिसिस करते हैं:

  • Abridgedप्रॉस्पेक्टस – यह आईपीओ प्रॉस्पेक्टस का समरी है जिसमें प्राइमरी प्रॉस्पेक्टस की सभी मुख्य विशेषताएं शामिल हैं।
  • Draft Red Herring Prospectus,ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) – यह डॉक्यूमेंट सिक्योरिटीज & एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) को, कंपनी द्वारा आईपीओ के 21 दिन पहले जमा किया जाना चाहिए।
  • एप्लीकेशन सपोर्टेड बाई ब्लॉक्ड अमाउंट (ASBA) – इसमें इन्वेस्टर्स द्वारा शेयरों के लिए पेमेंट किया गया पैसा इन्वेस्टर्स के खाते में रहता है। जब तक इन्वेस्टर्स को कंपनी द्वारा शेयर अल्लोट नहीं किए जाते तब तक अमाउंट ब्लॉक्ड रहता है।
  • रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस -इस डॉक्यूमेंट में वे सभी इनफार्मेशन शामिल हैं जो इन्वेस्टर्स को कंपनी के बारे में जानना चाहिए, जैसे कि कंपनी का बिज़नेस अकाउंट, मैनेजमेंट क्वॉलिफिकेशन्स (Management Qualifications ), बिज़नेस का फ्यूचर एप्रोच, आईपीओ प्राइस बैंड, आदि।
  • लिस्टिंग डेट, लिस्टिंग की तारीख – यह वह दिन है जिस दिन स्टॉक एक्सचेंज में आईपीओ शेयरों का कारोबार शुरू होता है।
  • लॉट साइज – शेयरों की मिनिमम संख्या जिसके लिए आईपीओ में बोली लगाई जा सकती है। यदि आप अधिक शेयरों के लिए बोली लगाना चाहते हैं, तो आप मल्टीप्लेस में बोली लगा सकते हैं।
  • ऑफर डेट,ऑफर की तारीख – यह वह शुरुआती तारीख होती है जिस दिन से इन्वेस्टर्स आईपीओ में शेयरों के लिए बोली लगाना शुरू कर सकते हैं।
  • मिनमम सब्सक्रिप्शन (Minimum Subscription) – यह आईपीओ शेयरों का मिनिमम प्रोपोरशन है जिसे रिटेल इन्वेस्टर्स को आईपीओ के लिए सब्सक्राइब करना चाहिए, जो कि कर्रेंटली 90% है।
  • ओवर सब्सक्राइब – यह तब होता है जब इन्वेस्टर्स, कंपनी द्वारा प्रोपोसड शेयरों की संख्या से अधिक बोली लगाते हैं।
  • लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए
  • प्राइस बैंड – यह वह मूल्य लिमिट है जिसके अंदर इन्वेस्टर आईपीओ शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं।
  • बुक बिल्डिंग प्रोसेस – यह आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस तय करने की प्रोसेस है जो इन्वेस्टर्स द्वारा बोली लगाने वाली कीमतों पर निर्भर करती है।
  • फ्लोर प्राइस – यह आईपीओ के लिए आवेदन करते समय प्रति शेयर का सबसे कम कीमत है। इश्यू प्राइस- यह वह कीमत है जिस पर शेयर, एक्सचेंज में लिस्टेड होने पर इन्वेस्टर्स को अलॉट किया जाता है।
  • कट-ऑफ प्राइस – यह सबसे कम इशू प्राइस है, जिस पर शेयर्स आल्लोट किए जाते हैं।
  • अंडरराइटर (underwriter) – वे इन्वेस्टमेंट बैंकर्स हैं जो कंपनी की इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग और बुक बिल्डिंग प्रोसेस मैनेज करते है।

आईपीओ में इन्वेस्ट करने से पहले, नीचे दिए गए कुछ विशेष बातों को चेक करें।

रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस पढ़ें:

ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस एक कंपनी द्वारा सेबी (SEBI) के पास जमा किया जाता है जब वह जनता को अपने शेयर बेचकर धन जुटाना चाहती है।

यह डॉक्यूमेंट बताता है कि कंपनी कैसे, जुटाई जाने वाली जनता के पैसे का उपयोग करना चाहती है, और इन्वेस्टर्स के लिए पॉसिबल रिस्क्स क्या हैं। DRHP में कंपनी के बारे में वह सब कुछ लिखा होता है जो एक इन्वेस्टर को कंपनी के बारे में पता होना चाहिए। जैसे फाइनेंसियल हिस्ट्री, कंपनी का स्ट्रेंथ, रिस्क, कंपनी के विरुद्ध कोई कानूनी प्रक्रिया चल रही है या नहीं, आदि। इस लिए, इन्वेस्टर्स को किसी भी आईपीओ में इन्वेस्ट करने से पहले इस डॉक्यूमेंट को पढ़ना चाहिए ।

फण्ड जुटाने के पीछे कारण:

ध्यान दें कि यह जांचना आवश्यक है कि कंपनी द्वारा IPO से जुटाई गई फंड्स का उपयोग कैसे किया जाएगा।

यह भी जांचना चाहिए कि क्या कंपनी अपना कर्ज चुकाना चाहती है या अगर कंपनी व्यवसाय का एक्सपेंशन करने या कॉरपोरेट कारण के लिए फंड्स का उपयोग करने के लिए फंड्स जुटाने की योजना बना रही है।

ऑफर फॉर सेल भी शेयर बाजार से पैसे जुटाने का एक तरीका है। । उठाए गए धन उन प्रमोटरों के पास जाएंगे जो अपने शेयर बेच रहे हैं।

बिजनेस मॉडल को समझना:

इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग में इन्वेस्ट करने से पहले इन्वेस्टर्स को यह समझना चाहिए कि कंपनी का किस तरह का बिजनेस मॉडल है।

एक बार जब वे समझ जाते हैं कि कंपनी किस तरह के व्यवसाय में है, तो अगला कदम बज़ार में नए अवसर को पहचानना है।

यह इंडीकेट करेगा कि क्या बड़ा अवसर आने पर कंपनी क्षमता विस्तार (capacity expansion) में इन्वेस्ट करने में सक्षम होगी और अपने इन्वेस्टर्स को प्रॉफिट का शेयर देने के लिए पर्याप्त धन जेनेरेट कर पाएगी? यह तभी हो पायेगा जब कंपनी की मार्केट शेयर पर कब्जा करने की क्षमता हो।

अगर कंपनी का बिज़नेस एक्टिविटी (गतिविधियां) इन्वेस्टर्स के पास साफ नहीं है, तो उन्हें उस कंपनी के आईपीओ से दूर रहना लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए चाहिए।

  1. मैनेजमेंट और प्रमोटर्स के बैकग्राउंड चेक करें ।
  2. DRHP के माध्यम से कंपनी के ताकत और कमजोरी को जाने
  3. कंपनी के वैल्यूएशन को चेक करें।

उससे यह पता लगेगा की कहीं कंपनी जिस सेक्टर में है उसकी तुलना में ऑफर प्राइस अंडर वैल्यूड या ओवर वैल्यूड तो नहीं है।

Should You Subscribe Syrma SGS Tech IPO: 12 अगस्त को खुलेगा इश्यू, क्या 220 रु के शेयर में लगाएं पैसे? एक्सपर्ट व्यू

Should You Subscribe Syrma SGS Tech IPO: Syrma SGS Tech ने IPO के लिए प्राइस बैंड 209 से 220 रुपये तय किया गया है.

Should You Subscribe Syrma SGS Tech IPO: 12 अगस्त को खुलेगा इश्यू, क्या 220 रु के शेयर में लगाएं पैसे? एक्सपर्ट व्यू

सिरमा एसजीएस टेक (Syrma SGS Tech) का IPO शुक्रवार यानी 12 अगस्त को खुल रहा है. (File)

Syrma SGS Tech IPO to Open: सिरमा एसजीएस टेक (Syrma SGS Tech) का IPO शुक्रवार यानी 12 अगस्त को खुल रहा है. अगर आप भी प्राइमरी मार्केट में पैसे लगाते हैं तो करीब 2.5 महीने बाद आपके लिए आईपीओ में निवेश का मौका है. इस आईपीओ में 18 अगस्त तक निवेश किया जा सकता है. इश्यू का साइज 840 करोड़ रुपये है. जबकि कंपनी ने इसके लिए प्राइस बैंड 209 से 220 रुपये तय किया गया है. ग्रे मार्केट पर कंपनी का शेयर प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनी का बिजनेस बेहतर है और वैल्युएशन भी वाजिब है. हालांकि इसकी लिस्टिंग फ्लैट रहने की उम्मीद है.

निवेशकों को क्या करना चाहिए

IIFL, VP-रिसर्च, अनुज गुप्ता का कहना है कि लंबे समय बाद आईपीओ का सूखा खत्म हो रहा है और Syrma SGS Tech का इश्यू 12 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है. उनका कहना है कि अपर प्राइस बैंड 220 रुपये के लिहाज से वैल्युएशन वाजिब दिख रहा है. कंपनी का बिजनेस भी बेहतर है. हालांकि टेक बिजनेस में अभी पूरी तरह से रिकवरी नहीं आ पाई है. दूसरा बाजार के सेंटीमेंट बहुत ज्यादा मजबूत नहीं हैं. ऐसे में Syrma SGS Tech के स्टॉक की मजबूत लिस्टिंग की उम्मीद कम है. लिस्टिंग फ्लैट हो सगकती है. निवेशकों को सलाह है कि अभी इंतजार करें और शेयर में आगे 10 से 15 फीसदी गिरावट आए तो पोर्टफोलियो में जोड़े. लंबी अवधि के लिए शेयर बेहतर साबित हो सकता है.

GMP: ग्रे मार्केट से क्या है संकेत

Syrma SGS Tech के IPO का भाव ग्रे मार्केट में भाव 25 रुपये प्रीमियम पर है. अपर प्राइस बैंड 220 रुपये के लिहाज से इसकी लिस्टिंग 245 रुपये या 10 फीसदी प्रीमियम पर हो सकती है. ग्रे मार्केट में शेयर का भाव में उतार चढ़ाव रहा है. आईपीओ के डेट का एलान होने के बाद एक समय इसका ग्रे मार्केट में प्रीमियम 30 रुपये भी था, जो बाद में 15 रुपये तक कमजोर भी हुआ. अभी यह 25 रुपये के प्रीमियम पर है.

Stocks in News: फोकस में रहेंगे Inox, Infosys, Metro Brands, HCL के शेयर, इंट्राडे में करा सकते हैं कमाई

Sula Vineyards ने तय किया अपने IPO का प्राइस बैंड, 12 दिसंबर को खुलेगा इश्यू, कंपनी से जुड़ी तमाम डिटेल

किसके लिए कितना रिजर्व

इस इश्यू में 50 फीसदी शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशन बायर्स (QIB) के लिए और 35 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व हैं. 10 फीसदी शेयर नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए सुरक्षित रखे जाएंगे.

IPO के बारे में

Syrma SGS Technology के इस पब्लिश इश्यू के तहत 766 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा प्रमोटर वीणा कुमारी टंडन अपने 33.69 लाख इक्विटी शेयर ऑफ फॉर सेल (OFS) के तहत बेचेंगी. बीएसई और एनएसई में कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 26 अगस्त को होने की उम्मीद है. इस आईपीओ के जरिए जुटाए गए फंड्स का इस्तेमाल कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग और आर एंड डी (R&D) सुविधाओं के विस्तार के लिए करेगी. इसके अलावा इस फंड का उपयोग लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए कंपनी की वर्किंग कैपिटल की दीर्घकालीन जरूरतों और जनरल कॉरपोरेट खर्चों में भी किया जाएगा.

कंपनी के बारे में

सिरमा एसजीएस टेक्नॉलॉजी पर फोकस करने वाली इंजीनियरिंग एंड डिजाइनिंग कंपनी है, जो टर्नकी आधार पर इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) मुहैया कराती है. इसके ग्राहकों में टीवीएस मोटर (TVS Motor Company) एओ स्मिथ वाटर प्रोडक्ट्स (AO Smith India Water Products), रॉबर्ट बॉश (Robert Bosch Engineering and Business Solution), यूरेका फोर्ब्स (Eureka Forbes) और टोटल पावर यूरोप (Total Power Europe BV) जैसी कंपनियां शामिल हैं. सिरमा ने सितंबर 2021 में गुड़गांव की एसजीएस टेकनिक्स (SGS Tekniks) का अधिग्रहण कर लिया था. ये अधिग्रहण कैश और स्टॉक डील के तौर पर किया गया था. इसके अलावा अक्टूबर 2021 में कंपनी ने परफेक्ट आईडी (Perfect ID) का अधिग्रहण भी किया है.

(Disclaimer: आईपीओ को लेकर विचार एक्सपर्ट के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

किसी आगामी आईपीओ के लिए ऑनलाइन अप्लाई करें

आगामी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के लिए अप्लाई करने के लाभ

100% डिजिटल प्रोसेस

केवल कुछ मिनटों लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए में 100% पेपरलेस प्रोसेस के माध्यम से शून्य* शुल्क पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें.

यूपीआई के माध्यम से आसानी से अप्लाई करें

तुरंत फॉर्म भरें

बीएफएसएल अकाउंट धारक तुरंत अप्लाई कर सकते हैं क्योंकि उनके विवरण आईपीओ एप्लीकेशन फॉर्म में पहले से भर दिए जाते हैं.

आईपीओ का अर्थ है इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ), जब किसी निजी स्वामित्व वाली कंपनी के शेयर पहली बार जनता को बिक्री के लिए उपलब्ध कराए जाते हैं. यह कंपनियों के लिए अपने विभिन्न बिज़नेस ऑपरेशन या बिज़नेस विस्तार के लिए पैसे जुटाने का एक माध्यम है. निवेशक आईपीओ के समय बिडिंग के माध्यम से सीधे जारीकर्ता कंपनी से शेयर खरीदते हैं. इनिशियल ऑफरिंग के बाद, शेयर सेकंडरी मार्केट (स्टॉक एक्सचेंज) में सूचीबद्ध हो जाते हैं और इन्वेस्टर द्वारा ट्रेड किए जा सकते हैं.

इन्वेस्टर्स के काम की खबर: इस हफ्ते आपको मिलेगा तीन आईपीओ में निवेश का मौका, जानिए किस सेक्टर की कंपनी है, शेयर की क्या कीमत है और कब होगा अलॉटमेंट और लिस्टिंग

इस हफ्ते तीन आईपीओ आ रहे हैं। इसमें म्यूचुअल फंड के लिए सेवा देनेवाली कैम्स और केमकॉन स्पेशियलिटी केमिकल का इश्यू आज खुल रहा है। यह दोनों इश्यू 23 सितंबर को बंद होंगे। जबकि एंजल ब्रोकिंग का इश्यू कल यानी मंगलवार को खुलेगा और गुरुवार को बंद होगा। हम आपको बता रहे हैं इन आईपीओ के बारे में। कैसे इसमें आप निवेश करेंगे और कंपनी कैसी है।

आईपीओ का मतलब क्या है?

आईपीओ का मतलब कोई भी कंपनी जब पहली बार स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होती है तो उसे कुछ शेयर जारी करने होते हैं। इसे हम इनीशियल पब्लिक ऑफर कहते हैं।

निवेश करने से पहले कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति के बारे में जरूर पता करना चाहिए

कैम्स के बारे में-

कंपनी क्या करती है?

कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेस (कैम्स) फाइनेंशियल इंफ्रा और सेवा के लिए टेक्नोलॉजी देती है। यह म्यूचुअल फंड के रजिस्ट्रार और ट्रांसफर एजेंट के रूप में काम करती है। क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यूचुअल फंड में इसकी बाजार हिस्सेदारी 69.4 प्रतिशत रही है। कैम्स की विशेषता यह है कि इसका पूरे भारत में नेटवर्क है। टेक्नोलॉजी कंपनी है। काफी बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर है।

आईपीओ के पैसे का क्या होगा?

कैम्स को इसमें कोई पैसा नहीं मिलेगा। इसके जो हिस्सेदार हैं, वे अपने शेयर बेचेंगे और पैसा उनको मिलेगा। लिस्टिंग का लाभ लेने के लिए आईपीओ आ रहा है। इसमें कई हिस्सेदार हैं जिसमें एनएसई भी है।

आपको आईपीओ में शेयर खरीदने के लिए उपरोक्त तरीका अपनाना चाहिए

कम से कम और अधिकतम कितना शेयर खरीद सकते हैं ?

कम से कम 12 शेयर (एक लॉट) और अधिकतम 156 शेयर (13 लॉट) खरीद सकते हैं। कम से कम 14,760 रुपए और अधिकतम एक लाख 91 हजार 880 रुपए का निवेश कर सकते हैं। कर्मचारियों के लिए प्रति शेयर 122 रुपए का लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए डिस्काउंट है।

लॉट साइज क्या है?

लॉट साइज मतलब आप कम से कम एक लॉट खरीद सकते हैं या अधिकतम 2 लाख रुपए के कम मूल्य के शेयर में जितना लॉट होगा उतना खरीद सकते हैं। सेबी के नियमों के मुताबिक रिटेल निवेशक किसी एक आईपीओ में 2 लाख रुपए तक का निवेश कर सकता है।

केमकॉन स्पेशियालिटी के बारे में-

कंपनी क्या करती है ?

केमकॉन स्पेशियालिटी 1988 की कंपनी है। यह विशेष केमिकल उत्पादों का निर्माण करती है। इन उत्पादों में एचएमडीएस और सीएमआईसी भी शामिल हैं। फार्मास्यूटिकल्स केमिकल्स में यह वैश्विक लॉट साइज़ क्या उपयोग करना चाहिए स्तर की बड़ी निर्माता कंपनी है। घरेलू और वैश्विक स्तर पर इसके ग्राहक हैं।

आईपीओ के पैसे का क्या करेगी?

कंपनी पैसे का उपयोग मैन्युफैक्चरिंग सुविधा का विस्तार करने में करेगी। इसके साथ वर्किंग कैपिटल के लिए उपयोग करेगी और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्य के लिए भी खर्च करेगी।

कम से कम और अधिकतम कितना शेयर खरीद सकते हैं?

कम से कम 44 शेयरों (एक लॉट) और अधिकतम 572 शेयरों (13 लॉट) को खरीद सकते हैं। कम से कम 14,960 रुपए और अधिकतम एक लाख 94 हजार 480 रुपए का निवेश कर सकते हैं।

अलॉटमेंट का मतलब आपको कितना शेयर मिला है। जब ज्यादा लोग शेयर खरीदते हैं तो ऐसी स्थिति में यह संभव है कि आपको शेयर न मिले

अलॉटमेंट का मतलब आपको कितना शेयर मिला है। जब ज्यादा लोग शेयर खरीदते हैं तो ऐसी स्थिति में यह संभव है कि आपको शेयर न मिले

एंजल ब्रोकिंग के बारे में-

कंपनी क्या करती है ?

1996 में स्थापित यह कंपनी देश के अग्रणी स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियों में है। यह मूलरूप से एडवाइजरी और फाइनेंशियल सेवा देती है। इसके साथ ब्रोकिंग और मार्जिन फंडिंग की भी सेवा देती है। यह चौथी सबसे बड़ी ब्रोकिंग कंपनी है। कंपनी का मजबूत ब्रांड है।

आईपीओ के पैसे का क्या करेगी?

कंपनी आईपीओ के पैसे का उपयोग वर्किंग कैपिटल और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्य के लिए करेगी।

कितना शेयर खरीद सकते हैं?

कम से कम 49 शेयर (एक लॉट) और अधिकतम 637 शेयर (13 लॉट) खरीद सकते हैं। कम से कम 14,994 और अधिकतम एक लाख 94 हजार 922 रुपए का निवेश कर सकते हैं।

ग्रे मार्केट का मतलब वो मार्केट जहां शेयरों की बिक्री ज्यादा भाव पर होती है। जैसे आपको किसी आईपीओ में शेयर मिला और लगता है कि इसकी लिस्टिंग कम या ज्यादा भाव पर होगी तो फिर आप इसे ग्रे मार्केट में बेच सकते हैं

ग्रे मार्केट का मतलब वो मार्केट जहां शेयरों की बिक्री ज्यादा भाव पर होती है। जैसे आपको किसी आईपीओ में शेयर मिला और लगता है कि इसकी लिस्टिंग कम या ज्यादा भाव पर होगी तो फिर आप इसे ग्रे मार्केट में बेच सकते हैं

रूट मोबाइल की आज लिस्टिंग

उधर रूट मोबाइल की आज लिस्टिंग होनेवाली है। यह इश्यू 9 से 11 सितंबर तक खुला था। 345 से 350 रुपए के मूल्य पर आया था। उम्मीद है कि यह आज प्रीमियम पर लिस्ट होगा। ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम 80 प्रतिशत ज्यादा है।

इन आईपीओ ने निवेशकों को दिया बेहतर रिटर्न

हैप्पिएस्ट माइंड की लिस्टिंग पिछले हफ्ते हुई थी। इस शेयर ने महज 10 दिनों में ही निवेशकों को दोगुना का लाभ दिया है। यानी आपके 10 हजार रुपए 20 हजार रुपए हो गए। इसके पहले डीमार्ट और आईआरसीटीसी भी 10 दिन में ही दोगुना मुनाफा लिस्टिंग पर दिए थे।

WhatsApp यूजर्स हो जाएं सावधान, यह मिलता-जुलता ऐप आपको पहुंचा सकता है भारी नुकसान

WhatsApp Delta में वो सब फीचर्स मौजूद हैं जो आप चाहते हैं कि व्हाट्सऐप पर हो। जबकि स्टैण्डर्ड ऐप ज्यादातर बुनियादी टेक्स्टिंग और मनोरंजन के उपयोग को प्रतिबंधित करता है, संशोधित डेल्टा वर्जन कुछ.

WhatsApp यूजर्स हो जाएं सावधान, यह मिलता-जुलता ऐप आपको पहुंचा सकता है भारी नुकसान

WhatsApp Delta में वो सब फीचर्स मौजूद हैं जो आप चाहते हैं कि व्हाट्सऐप पर हो। जबकि स्टैण्डर्ड ऐप ज्यादातर बुनियादी टेक्स्टिंग और मनोरंजन के उपयोग को प्रतिबंधित करता है, संशोधित डेल्टा वर्जन कुछ स्पेशल सर्विसेज और फंक्शन के साथ आता है। इंटरफ़ेस को संशोधित करने से लेकर बड़ी फ़ाइलें भेजने तक, डेल्टा के इस वर्जन में बहुत कुछ है, लेकिन आपको इसे डाउनलोड नहीं करना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि आप ऐप का ऐसा वर्जन डाउनलोड न करें जो सैद्धांतिक रूप से ओरिजिनल वर्जन से बेहतर हो। हालाँकि, डिवाइस पर आपके डेटा की सुरक्षा और सुरक्षा से संबंधित कारण हैं। किसी ऐप को उसकी नई सुविधाओं के लिए आज़माने और आपकी प्राइवेसी से समझौता करने का कोई मतलब नहीं है।

WhatsApp Delta क्या है?
व्हाट्सऐप डेल्टा आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले नियमित व्हाट्सऐप का एक संशोधित वर्जन है। इन संशोधित संस्करणों के पीछे विचार नई और बेहतर सुविधाओं के साथ एक अच्छा चैटिंग अनुभव प्रदान करना है। व्हाट्सऐप डेल्टा डेल्टालैब्स स्टूडियो द्वारा विकसित किया गया है और इसे थर्ड-पार्टी ऐप डिपॉजिटरी के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है। व्हाट्सऐप डेल्टा के साथ, आप अपने व्हाट्सऐप अनुभव को कस्टमाइज़ कर सकते हैं।

मॉड ऑटो-रिप्लाई, थर्ड पार्टी वीडियो प्लेयर, कॉल ब्लॉक, ऑनलाइन स्टेटस छुपाएं, टाइपिंग स्टेटस छुपाएं, परेशान न करें और बहुत कुछ जैसी सुविधाएं भी लाता है। डेल्टा मोड यूजर्स को बड़े साइज़ के हाई-रिज़ॉल्यूशन फ़ोटो, फ़ोटो और वीडियो भेजने और यहां तक ​​कि स्टेटस अवधि बढ़ाने की भी अनुमति देता है।

क्या आपको WhatsApp Delta मिलना चाहिए?
व्हाट्सऐप के संशोधित वर्जन का उपयोग न करें क्योंकि वे उपयोग और डाउनलोड करने के लिए अवैध हैं। वास्तव में, इन संशोधित वर्जन का उपयोग करने वालों को नाम और यहां तक ​​कि फोन नंबर दोनों पर खाता प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। ये ऐप्स आधिकारिक तौर पर Google Play पर उपलब्ध नहीं हैं। थर्ड पार्टी से ऐप डाउनलोड करना आपके लिए एकमात्र विकल्प है। इसलिए, डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा को बरकरार रखने के लिए इन संशोधित को आजमाने की सलाह नहीं दी जाती है।

रेटिंग: 4.78
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 592