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Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare

Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।

Table of Contents

Intraday के लिए Stock कैसे चुने

Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।

ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।

ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।

Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।

intraday stock kaise select kare

सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।

न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।

Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।

मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे

Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।

और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।

Intraday-के-लिए-Stock-कैसे-चुने-intraday-stock-kaise-select-kare

Intraday Trading में नुकसान से बचने ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? के लिए क्या करे

Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।

लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।

मेरी राय:-

शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।

आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे साथ बने रहना चाहिए।

Olymp trade, Binomo जैसे बाइनरी ट्रेडिंग एप से रहिए सावधान, कमाने के बजाय डूब जाएगा पैसा

beware of binary trading, you will loose all your hard earned money in seconds

आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।

करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा

कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।

क्यों है खतरनाक

बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।

इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।

ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में

बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।

शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।

कम से कम 3000 डॉलर का निवेश

अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।

हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।

केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता

लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।

फिलहाल भारत में यह एप हो रहे हैं पॉपुलर

आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।

करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा

कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।

क्यों है खतरनाक

बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।

इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।

ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? में

बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।

शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।

कम से कम 3000 डॉलर का निवेश

अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।

हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।

केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता

लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।

कैसे तय करें कि IQ Option पर क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग आपके लिए सही है?

कैसे तय करें कि IQ Option पर क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग आपके लिए सही है?

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आज, अधिकांश व्यापारी अपने दैनिक निवेश के लिए इक्विटी बाजारों के उपयोग से परिचित हैं। कई निवेशकों को यह एहसास नहीं होता है कि वे इक्विटी और मुद्रा विकल्प जैसे विनिमय दर जोड़ी पर ट्रेड करके अपने पैसे का बेहतर उपयोग कर सकते हैं। इस प्रकार के निवेश अवसर स्टॉक या म्यूचुअल फंड जैसी अन्य निवेश प्रतिभूतियों की तुलना में अधिक मूल्य लचीलेपन की अनुमति देते हैं। साथ ही, सहज ज्ञान युक्त अंतरफलक और स्व-व्याख्यात्मक एल्गोरिदम के कारण इस प्लेटफॉर्म पर व्यापार करना सीखना बहुत आसान है। यह एक कारण है कि कई नए व्यापारी इस तरह के प्लेटफॉर्म के साथ काम करना चुनते हैं। हालांकि, यदि आप एक अनुभवी व्यापारी हैं और आप क्रिप्टोकुरेंसी विकल्पों पर व्यापार के लिए नई रणनीतियों को शामिल करना चाहते हैं तो आपको आईक्यू विकल्प पर क्रिप्टोकुरेंसी व्यापार करने के तरीके के बारे में सीखना होगा।

व्यापार करने के लिए सर्वश्रेष्ठ मुद्रा जोड़े

करेंसी ऑप्शन ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करने का एक तरीका मूल्य आंदोलनों पर ध्यान केंद्रित करना है। यह सामान्य ज्ञान है कि विकल्पों की कीमत जोड़े में होती है। यदि हम कैनेडियन डॉलर के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कीमत में हालिया अस्थिरता को देखते हैं, तो आप एक विकल्प अनुबंध के भीतर मूल्य आंदोलन का एक स्पष्ट उदाहरण देख सकते हैं। हालांकि यह आंदोलन नाटकीय था, इसने कैनेडियन डॉलर के अंतर्निहित मूल्य को प्रभावित नहीं किया क्योंकि इससे अमेरिकी डॉलर के मूल्य पर असर पड़ता।

इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग करते समय याद रखने वाली मुख्य बात यह है कि आपको एक विकल्प से जुड़े जोखिम/इनाम राशन का निर्धारण करना चाहिए। यदि आप कम स्ट्राइक मूल्य वाला कोई विकल्प खरीदते हैं तो उस विकल्प से जुड़ा जोखिम कम होता है। इसके विपरीत, यदि आप अधिक स्ट्राइक मूल्य विकल्प खरीदते हैं तो उस विकल्प से जुड़े लाभ या हानि की मात्रा अधिक होती है। उदाहरण के लिए, यदि आप यूएस डॉलर की दिशा में बुलिश हैं तो आप एक कॉल विकल्प खरीदना चाह सकते हैं जो कम मूल्य सीमा से जुड़ा हो। इसके विपरीत, यदि आप अमेरिकी डॉलर की दिशा में मंदी की स्थिति में थे तो आप एक पुट विकल्प खरीदना चाह सकते हैं जिसमें उच्च मूल्य सीमा हो।

IQ Option प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रणनीतियाँ

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग के लिए कई तरह की ट्रेडिंग रणनीतियां उपलब्ध हैं। कुछ व्यापारी तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करना पसंद करते हैं जबकि अन्य विकल्पों के मूल्य को निर्धारित करने के लिए मौलिक विश्लेषण लागू करना पसंद करते हैं। जब विदेशी मुद्रा बाजार के लिए विकल्प व्यापार की बात आती है, तो आपको यह निर्धारित करने की आवश्यकता होगी कि आप किस रणनीति का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, याद रखने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि बाजार में उतार-चढ़ाव का अंतर्निहित परिसंपत्ति की मूल्य सीमा पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। यदि आप बाजार की बारीकी से निगरानी नहीं करते हैं, तो आप लाभ कमाने के अवसरों से चूक सकते हैं।

IQ Option प्लेटफॉर्म पर ऑप्शन ट्रेडिंग

ऑप्शन ट्रेडिंग के कई तरीके हैं। लीवरेज का उपयोग करते समय ट्रेडिंग का सबसे लोकप्रिय और प्रभावी तरीका स्प्रेड बेटिंग कहलाता है। स्प्रेड बेटिंग सबसे अच्छा तब काम करता है जब आप अल्पकालिक मूल्य आंदोलनों का लाभ उठाने के लिए तैयार होते हैं। अन्य विकल्पों में स्पॉट फॉरेक्स ट्रेडिंग और फॉरवर्ड या बैकवर्ड स्प्रेड शामिल हैं। एक प्रभावी सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की मदद से आप अपने ट्रेडिंग उद्देश्यों को पूरा करने के लिए अपनी ऑप्शन ट्रेडिंग रणनीति को तैयार कर सकते हैं।

जो ट्रेडर ऑप्शन ट्रेडिंग में नए हैं, वे यह निर्धारित करने के लिए समर्थन और प्रतिरोध स्तरों का उपयोग करते हैं कि क्या वे जिस विकल्प को खरीदने पर विचार कर रहे हैं वह लाभदायक होगा। विकल्प ट्रेडिंग का उपयोग करने के लिए, आपको अंतर्निहित परिसंपत्ति के साथ-साथ उस बाजार से परिचित होना चाहिए जिसमें विकल्प का कारोबार किया जा रहा है। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको यह निर्धारित करने में सक्षम होना चाहिए कि परिसंपत्ति की कीमत बढ़ेगी या गिर जाएगी विकल्प की समाप्ति तिथि से पहले।

ऑप्शन ट्रेडिंग को एक निवेश माध्यम माना जाता है क्योंकि नुकसान का जोखिम इनाम से अधिक होता है। नतीजतन, आपको निवेश करने से पहले जोखिम के स्तर को निर्धारित करना होगा जो आप लेने के इच्छुक हैं। संभावित नुकसान का आकार उस राशि के अनुसार निर्धारित किया जाना चाहिए जिसे आप निवेश करने की योजना बना रहे हैं। आप अपने जोखिम को कम करने के लिए छोटी राशि का निवेश करने का निर्णय ले सकते हैं; या, आप अन्य वित्तीय संपत्तियों में भी निवेश करके अपने वित्तीय पोर्टफोलियो में विविधता लाने का विकल्प चुन सकते हैं। भले ही आप विविधता कैसे चुनें, आपको हमेशा सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बाजार में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान को कवर करने के लिए आपके पास पर्याप्त नकदी है।

एक बुद्धिमान निवेशक ऐतिहासिक डेटा, वर्तमान समाचार और वित्तीय विवरणों का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए करेगा कि कौन से बाजार निवेश के लिए अच्छे उम्मीदवार हैं। एक बार, जिन बाजारों को व्यापार के लिए अच्छे उम्मीदवार माना जाता है, वे लगातार रुझान दिखाते हैं, व्यापारी इन विकल्पों को खरीद सकते हैं। एक बार विकल्प की समाप्ति तिथि तक पहुंचने के बाद, व्यापारी या तो वह सारा पैसा खो चुका होगा जो उसने निवेश किया था या लाभ का बहुत कम प्रतिशत प्राप्त किया होगा। IQ Option प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग को जोखिम भरा माना जाता है, लेकिन इनाम बहुत बड़ा हो सकता है जब आप जानते हैं कि बाजार का ठीक से विश्लेषण कैसे किया जाए।

कैसे ठग डीमैट अकाउंट से उड़ा रहे हैं पैसे, धोखाधड़ी से बचने के लिए सुनिए जेरोधा फाउंडर की बात

अपने ट्रेडिंग खाते के लॉग इन डिटेल्स भी शेयर नहीं करने चाहिए.

अपने ट्रेडिंग खाते के लॉग इन डिटेल्स भी शेयर नहीं करने चाहिए.

कुछ लोग मार्केट एक्‍सपर्ट बन निवेशक का विश्‍वास हासिल कर उसकी लॉग इन डिटेल हासिल कर लेते हैं. फिर पेनी स्‍टॉक्‍स या इलि . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 12, 2022, 11:36 IST

हाइलाइट्स

इलिक्विड ऑप्शन्स का यूज़ करके निवेशक के डीमैट में फर्जी नुकसान दिखाया गया और फिर पैसे उड़ा लिए जाते हैं.
इस तरह के कई मामले सामने आए हैं. बड़ी बात ये है कि निवेशकों को बहुत बाद में इसका पता चलता है.
नितिन कामत ने कहा है कि अपने डीमैट अकाउंट के लॉगिन डिटेल्स किसी के साथ शेयर ना करें.

नई दिल्‍ली. देश की सबसे बड़ी ब्रोकिंग फर्म जेरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) ने खुलासा किया है कुछ लोग निवेशकों ऑप्शन स्ट्राइक प्राइस कैसे चुनें? के डीमैट अकाउंट से पैसे उड़ा रहे हैं. ठग इतने शातिर हैं कि अकाउंट होल्‍डर को ठगे जाने का पता भी बहुत देर से चलता है. धोखाधड़ी करने वाले स्‍वयं को शेयर मार्केट एक्‍सपर्ट बनकर निवेशकों को अपने जाल में फंसाते हैं और डीमैट अकाउंट की लॉग इन डिटेल्‍स हासिल कर लेते हैं.

नितिन कामत ने एक ब्‍लॉग पोस्‍ट में लिखा है कि ऐसे कई मामले आए हैं, जहां पेनी शेयरों या इलिक्विड ऑप्शंस का इस्तेमाल करके निवेशक के डीमैट में फर्जी नुकसान दिखाया गया और फिर उसके खाते में पड़े पैसों को निकाल लिया गया. निवेशक को काफी समय के बाद समझ में आता है कि वह फ्रॉड का शिकार हो गया है.

ऐसे करते हैं धोखाधड़ी
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, नितिन कामथ ने ब्लॉग में लिखा है, “जब हमें नुकसान होता है तब हम किसी की भी सलाह मान लेते हैं. बाजार में बहुत सारे सलाहकार हैं जो निवेशक की मदद करते हैं. इनके बीच ही ऐसे कई धोखेबाज भी हैं जो सोशल मीडिया पर मार्केट एक्सपर्ट होने का दावा करते हैं और किसी निवेशक का शिकार करने की फिराक में रहते हैं.”

कामथ ने लिखा है कि ये धोखेबाज आपकी मदद के नाम आपके डीमैट अकाउंट का लॉग-इन डिटेल्स ले लेंगे. इसके बाद ये आपके अकाउंट में गैर-वास्तविक ट्रेड्स का उपयोग करके एक नुकसान पैदा कर देते हैं और आपके पैसे को किसी अन्य ट्रेडिंग अकाउंट में भेज देते हैं. इससे आपके लिए यह पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है कि आपके अकाउंट में घोटाला हो चुका है.

यह है बचने का तरीका
नितिन कामथ का कहना है कि निवेशक इसलिए ठगे जाते हैं, क्‍योंकि वे अपने अकाउंट का लॉग इन डिटेल्‍स दूसरों को दे देते हैं. निवेशक के ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे निकालने के लिए इलिक्विड ऑप्शंस या पेनी स्टॉक का इस्तेमाल करके फर्जी नुकसान दिखाया जा सकता है. जैसे अपने बैंक खाते से जुड़े लॉगिन डिटेल्स हम किसी के साथ शेयर नहीं करते, वैसे ही अपने ट्रेडिंग खाते के लॉग-इन पासवर्ड भी शेयर नहीं करने चाहिए. कामत का कहना है कि डीमैट अकाउंट से छेड़छाड़ का एक दूसरा तरीका फिशिंग फ्रॉड है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि आप आधिकारिक ब्रोकर वेबसाइटों और ऐप के अलावा कहीं भी लॉग इन डिटेल्स न भरें.

इन बातों का रखें ध्‍यान

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