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विदेश की खबरें | यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा ने रूस के साथ शांति वार्ता की इच्छा जतायी

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. कुलेबा ने कहा कि उनकी सरकार दो महीने के भीतर ‘‘शांति’’ शिखर वार्ता चाहती है जिसमें संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस मध्यस्थ होंगे।

विदेश की खबरें | यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा ने रूस के साथ शांति वार्ता की इच्छा जतायी

कुलेबा ने कहा कि उनकी सरकार दो महीने के भीतर ‘‘शांति’’ शिखर वार्ता चाहती है जिसमें संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस मध्यस्थ होंगे।

उनके इस बयान पर संयुक्त राष्ट्र ने बहुत सधी हुई प्रतिक्रिया दी है।

संयुक्त राष्ट्र के सहायक प्रवक्ता फ्लोरेंसिया सोतो निनो-मार्टिनेज ने सोमवार को कहा, ‘‘जैसा कि महासचिव ने पहले भी कई बार कहा है, वह तभी मध्यस्थता कर सकते हैं जब सभी पक्ष ऐसा चाहेंगे।’’

कुलेबा ने कहा कि उनका देश रूस से सीधी बातचीत करने से पहले चाहता है कि मॉस्को युद्ध अपराध न्यायाधिकरण का सामना करे। बहरहाल, उन्होंने कहा कि अन्य देश रूस से बातचीत कर सकते हैं जैसे कि तुर्किये और रूस के बीच अनाज समझौते से पहले हुआ था।

इस साक्षात्कार से यूक्रेन की इस दूरदृष्टि का पता चल सकता है कि रूस के साथ युद्ध कैसे खत्म हो सकता है। हालांकि, कोई भी शांति वार्ता होने में महीनों लगेंगे।

कुलेबा ने यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की पिछले सप्ताह अमेरिका की यात्रा के नतीजों से ‘‘पूरी तरह संतुष्ट’’ हैं और उन्होंने बताया कि अमेरिकी सरकार ने छह महीने से भी कम समय में देश में पैट्रियट मिसाइल बैटरी को इस्तेमाल में लाने की एक विशेष योजना बनायी है।

कुलेबा ने विदेश मंत्रालय में एपी को दिए साक्षात्कार में कहा कि यूक्रेन 2023 में इस युद्ध को जीतने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘हर सामान्य विदेशी मुद्रा बातचीत युद्ध कूटनीतिक तरीके से खत्म होता है। प्रत्येक युद्ध जंग के मैदान और वार्ता की मेज पर लिए गए फैसलों के परिणामस्वरूप खत्म होता है।’’

कुलेबा के प्रस्ताव पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्रि पेस्कोव ने सरकारी आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी से कहा कि रूस ‘‘दूसरों द्वारा तय की गई शर्तों पर कभी नहीं चलता। वह केवल अपनी और सामान्य समझ के अनुसार चलता है।’’

कुलेबा ने कहा कि यूक्रेन सरकार फरवरी के अंत तक ‘‘शांति’’ वार्ता शुरू करना चाहेगी। उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र इस शिखर वार्ता के लिए सबसे अच्छा आयोजन स्थल हो सकता है क्योंकि वह किसी एक देश का पक्ष लेने वाला नहीं है। यह वास्तव में सभी को वार्ता की मेज पर लाने को लेकर है।’’

संयुक्त राष्ट्र महासचिव की भूमिका के बारे में कुलेबा ने कहा, ‘‘उन्होंने एक प्रभावी मध्यस्थ और वार्ताकार तथा सबसे महत्वपूर्ण, उसूलों पर चलने वाले और ईमानदार शख्स के तौर पर अपने आप को साबित किया है इसलिए हम उनकी सक्रिय भागीदारी का स्वागत करेंगे।’’

तुर्किये तथा सऊदी अरब जैसे दुनिया के अन्य नेताओं ने भी मध्यस्थ की भूमिका निभाने की पेशकश की है।

यूक्रेन के खिलाफ रूस का सैन्य अभियान फरवरी से चल रहा है।

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Rahu 2023: नए साल में सबसे ज्यादा इन राशियों पर रहेगा 'राहु' का प्रकोप, ये 5 राशि वाले हो जाएं अलर्ट!

Rahu 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नए साल 2023 में राहु 30 अक्टूबर को मेष राशि में प्रवेश करेगा. ऐसे में जानते हैं कि नए साल में राहु किन राशियों को परेशान सामान्य विदेशी मुद्रा बातचीत कर सकता है.

Rahu 2023: नए साल में सबसे ज्यादा इन राशियों पर रहेगा

Rahu 2023: नए साल 2023 में राहु का राशि परिवर्तन खास माना जा रहा है.

Rahu rashi parivartan 2023: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि के बाद सबसे धीमी चाल राहु की होती है. राहु ग्रह हमेशा उल्टी चाल यानी वक्री अवस्था में भ्रमण करता है. यही वजह है कि इस ग्रह को एक राशि से दूसरी में जानें में डेढ़ साल का समय लगता है. ज्योतिषीय गणना के अनुसार नए साल में राहु 30 अक्टूबर, 2023 को मेष राशि में प्रवेश करेगा. इसके बाद राहु मीन राशि में वक्री होगा. ज्योतिष शास्त्र के जानकार बता रहे हैं कि नए साल 2023 में राहु 5 राशि वालों को खासतौर पर परेशान करेगा. आइए जानते हैं कि नए साल में किन राशियों को राहु से सावधान रहना होगा.

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तुला- व्यापारिक मामलों में आप ज्यादा निरंकुश महसूस कर सकते हैं. आप सामान्य विदेशी मुद्रा बातचीत कई बार बिना सोचे-समझे फैसले लेंगे जो आपके बिजनेस में कई बार हानि या नुकसान की वजह बनेंगे. आपको अपने बिजनेस सामान्य विदेशी मुद्रा बातचीत पार्टनर के साथ भी सावधानी से पेश आना होगा. लोगों के साथ आपके मनमुटाव बहुत जल्दी होंगे. वहीं, नौकरीपेशा जातकों को भी थोड़ा संभलकर रहना होगा. कार्यस्थल पर सहकर्मियों के साथ वाद-विवाद बढ़ सकता है.

मेष- राहु आपकी बुद्धि को कुछ हद तक भ्रम में डालेगा. आप हर काम में जल्दबाजी दिखाएंगे, जिससे आपके कार्यों में समस्या आ सकती है. इस दौरान आप बड़े षडयंत्रों का शिकार भी हो सकते हैं. लोगों के साथ आपके झगड़े या विवाद बढ़ सकते हैं. घर में सदस्यों के साथ भी आपकी कहासुी हो सकती है. इस समय को थोड़ा सावधानी से गुजारें.

मीन- इस वर्ष राहु आपको उत्तम धन की प्राप्ति तो कराएगा, लेकिन आप जितना धन के करीब पहुंचेंगे, उतना ही परिवार से दूर होते चले जाएंगे. परिवार से आपका कटाव होना शुरू हो जाएगा. इसलिए आपको बहुत सोच-समझकर ही सामंजस्य बैठाने की कोशिश करनी होगी. दूसरी ओर, असंतुलित भोजन या खान-पान के कारण आपकी सेहत में गिरावट आ सकती है, इसलिए आपको स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के सामान्य विदेशी मुद्रा बातचीत प्रति जागरूक रहना होगा.

मकर- राहु आपके जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति लेकर आएगा. पारिवारिक संबंध कमजोर बनेंगे. आपको पारिवारिक जीवन में सामंजस्य बिठाने के लिए बहुत ज्यादा प्रयास करने होंगे. घर का माहौल कुछ अशांत हो सकता है. दांपत्य जीवन में उलझनें बढ़ने की संभावना है, इसलिए आपको थोड़ा शांति से काम लेना होगा. आपको धैर्य दिखाते हुए बड़ी से बड़ी बात को सरलता से समझने की कोशिश करनी होगी.

वृषभ- नए साल में राहु आपके खर्चों में लगातार बढ़ोतरी कराता रहेगा. राहु आपको फिजूल खर्च करने वाला बनाएगा. आप बिना सोचे-समझे धन को खर्च करेंगे. राहु आपको मानसिक रूप से भी परेशानी कर सकता है. शॉर्टकट तरीकों से सफलता पाने की ललक आपको मुश्किल में डाल सकती है. आपकी शारीरिक रूप से भी परेशानियां बढ़ सकती हैं. आपको अस्पताल के चक्कर भी काटने पड़ सकते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

वाराणसी : गैस चूल्हे की सर्विसिंग के लिए मांगे दो रुपये, बाद में खाते से निकल गए 1.94 लाख

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वाराणसी। साइबर जालसाज लोगों को ठगने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। लालपुर पांडेयपुर निवासी देवेंद्र कुमार सिंह से गैस चूल्हे की सर्विसिंग के नाम पर 1.94 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। भुक्तभोगी ने पुलिस को घटना से अवगत कराया है। साइबर सेल इसकी छानबीन में जुटी है।

देवेंद्र कुमार सिंह को गूगल पर सर्च कर गैस चूल्हे की सर्विसिंग करने वाली कंपनी का नंबर मिला। उन्होंने उस नंबर पर फोन किया। काल उठाने वाले ने बातचीत के दौरान देवेंद्र को दो रुपये भेजने के लिए कहा। इसके दूसरे दिन उनके खाते से 1.94 लाख रुपये निकल गए।

भुक्तभोगी ने लालपुर पांडेयपुर थाने में अज्ञात ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस की साइबर सेल मामले की छानबीन कर रही है।

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चीन के साथ बातचीत से कुछ प्रगति

Teenager kidnapped Arunachal returned

नई दिल्ली। भारत ने कहा है कि चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सेनाओं को हटाने एवं सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में सैन्य एवं कूटनीतिक स्तर पर बातचीत में कुछ प्रगति हुई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां नियमित ब्रीफिंग में चीन के साथ सीमा विवाद एवं एलएसी की स्थिति पर अमेरिकी प्रशांत कमान के एक वरिष्ठ कमांडर स्तर के बयान के बारे में पूछे जाने कहा, हमने ये रिपोर्टें देखी हैं। जबकि हम उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे जो अमेरिकी सैन्य जनरल फ्लाइन ने कहा है।

हम इस बात पर जोर देना चाहेंगे, जैसा कि हमने अतीत में किया है, कि भारत सरकार चीनी पक्ष द्वारा हमारे सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण सहित सभी गतिविधियों की सावधानीपूर्वक निगरानी करती है जिसमे पश्चिमी सामान्य विदेशी मुद्रा बातचीत क्षेत्र और अधिक गहराई वाले क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण शामिल है।

बागची ने कहा कि सरकार क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी पर्याप्त और उचित उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है और करती है, जैसा कि हाल के वर्षों में हुई घटनाओं से स्पष्ट होता है। भारत सरकार ने, न केवल भारत की सामरिक और सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बल्कि इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए हाल के वर्षों में कई उपाय किए हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मौजूदा स्थिति का सवाल है, जैसा कि आप जानते हैं, हमने राजनयिक और सैन्य दोनों माध्यमों से चीनी पक्ष के साथ निरंतर संवाद बनाए रखा है। वरिष्ठ कमांडरों की बैठक के 15 दौर और राजनयिक स्तर पर सीमा प्रबंधन पर कार्य व्यवस्था (डब्ल्यूएमसीसी) की बैठकों के 10 दौर हो चुके हैं। हमारे बीच विदेश मंत्रियों, रक्षा मंत्रियों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तथा उनके समकक्ष के स्तर पर भी संवाद हुआ है। इससे कुछ प्रगति हुई है क्योंकि दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ कई क्षेत्रों में सफलतापूर्वक सेनाओं को हटा पाये हैं।

श्री बागची ने कहा, हम शेष मुद्दों को हल करने के लिए चीनी पक्ष के साथ अपनी बातचीत जारी रखेंगे। दोनों पक्ष पिछले सप्ताह डब्ल्यूएमसीसी की बैठक में वरिष्ठ कमांडरों की एक और बैठक आयोजित करने पर भी सहमत हुए हैं। यह हमारी अपेक्षा है कि इन वार्ताओं में चीनी पक्ष भारतीय पक्ष के साथ शेष मुद्दों के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए काम करेगा, इस तथ्य को देखते हुए कि दोनों पक्ष इस बात पर भी सहमत हैं कि मौजूदा स्थिति को लम्बा खींचना किसी भी पक्ष या समग्र संबंधों के हित में नहीं है। हमने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि सामान्य स्थिति की बहाली के लिए स्पष्ट रूप से एलएसी पर शांति की बहाली की आवश्यकता होगी, जो 2020 में चीनी कार्रवाइयों से बाधित हो गई थी। अमेरिकी जनरल के बयान को चीनी विदेश मंत्रालय द्वारा आग में घी डालने वाला बताये जाने के बारे में प्रतिक्रिया पूछने पर श्री बागची ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया।

चीन ने अमेरिका के वरिष्ठ सैन्य जनरल की भारत-चीन सीमा पर किए जा रहे निर्माण को लेकर की गई टिप्पणी को ‘घिनौना’ बताया है और आलोचना की है कि कैसे कुछ अमेरिकी अधिकारी ‘आग में घी डालने का काम’ कर रहे हैं। चीन ने जोर देते हुए कहा कि चीन और भारत दोनों के पास ‘इच्छा और क्षमता’ दोनों है जिससे वो अपने मतभेदों को बातचीत से सुलझा सकते हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने बीजिंग में हुई मीडिया ब्रिफिंक के दौरान उठे एक सवाल का जवाब देते हुए यह कहा जिसमें अमेरिकी सेना के पेसेफिक कमांडिंग जनरल चार्ल्स ए फ्लिन के लद्दाख की स्थिति को ‘खतरे की घंटी’ कहा गया था।

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