हमारे सामने मौजूद वित्तीय संकट की कोई ऐतिहासिक तुलना नहीं है. इससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि हम निश्चित नहीं हैं कि यह वक्त कब ठीक होगा. कोविड-19 ने जीवन और वित्त के प्रति नजरिए को बदल दिया है.
Market today: कोरोना की चिंता से बाजार में घबराहट, Nifty 18200 के करीब हुआ बंद, जानिए कल कैसी रह सकती है इसकी चाल
फार्मा और आईटी शेयरों में बढ़त रही। डॉलर के मुकाबले रुपया भी आज 5 पैसे कमजोर होकर 82.81 के स्तर पर बंद हुआ
कोरोना की बढ़ती चिंता की वजह से बाजार में आज घबराहट देखने को मिली है। सेंसेक्स-निफ्टी 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए हैं। दिग्गजों की तरह ही आज छोटे-मझोले शेयर भी दबाव में रहे। बैंकिंग, मेटल और रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव रहा। वहीं, ऑटो, इंफ्रा और होटल शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली। दूसरी तरफ फार्मा और आईटी शेयरों में बढ़त रही। डॉलर के मुकाबले रुपया भी आज 5 पैसे कमजोर होकर 82.81 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स आज 635 अंक गिरकर 61067 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 186 अंक गिरकर 18199 पर बंद हुआ है। निफ्टी बैंक 54 अंक गिरकर 43360 पर बंद हुआ है। मिडकैप भी 70 अंक गिरकर 32117 पर बंद हुआ है।
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डिवीज लैब, सिप्ला, अपोलो हॉस्पिटल, सन फार्मा और डॉ. रेड्डीज आज निफ्टी के टॉप गेनर रहे। वहीं, अडानी एंटरप्राइज, अडानी पोर्ट्स, अल्ट्रॉटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक और बजाज फिन सर्व निफ्टी के टॉप लूजर रहे।
बाजार में आज आईटी और फार्मा को छोड़कर चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। कमजोरी वाले माहौल में भी निफ्टी का आईटी इंडेक्स 0.53 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ है। वहीं, फार्मा इंडेक्स 2.39 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ निफ्टी मेटल 2.32 फीसदी टूटा है। जबकि रियल्टी 1.62 फीसदी, माडिया 3.03 फीसदी, एफएमसीजी 0.90 फीसदी, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज 1.55 निवेशक घबराहट की स्थिति में क्या कर सकते हैं? फीसदी और निफ्टी ऑटो 1,43 फीसदी टूट कर बंद हुए हैं।
Warren Buffett Tips : शेयर बाजार से वो ही निवेशक पैसे बनाते हैं जो भयभीत नहीं होते और घबराते नहीं हैं. मशहूर निवेश बॉरे . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : February 07, 2022, 18:15 IST
नई दिल्ली. दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट (Warren Buffett) का कहना है कि लहर के साथ सवारी करना आसान है, लेकिन इसका सामना करना मुश्किल है. शेयर बाजार में जब गिरावट (Stock Market Fall) आती है तो उनकी यह बात सोलह आने सच हो जाती है. ज्यादातर निवेशक घबराहट में आ जाते हैं और हाथ खड़े कर देते हैं. उन्हें लगता है कि वो इस खतरे का सामना नहीं कर सकते और अगर ज्यादा देर यहां टिके तो उन्हें बहुत नुकसान होगा.
जितना नुकसान उन्हें शेयर मार्केट में आई गिरावट से नहीं होता, उससे ज्यादा चोट उन्हें घबराहट में लिए गए निर्णय पहुंचाते हैं. मार्केट में मंदी का तूफान गुजर जाता है, तब उन्हें अहसास होता है कि उन्होंने दिमाग की बजाय दिल की बात सुनकर कैसे अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली. आज, यानि सोमवार को भी मार्केट में गिरावट आई है. बिकवाल बाजार पर हावी हैं. आइए जानते हैं कि दिग्गज निवेशक वारेन बफेट और होवार्ड मार्क्स (Howard Makrs) क्या राय देते हैं.
वॉरेन बफेट का मंत्र (Warren Buffett’s Mantra)
वॉरेन बफेट की निवेशकों को एक राय बहुत पहले दी थी. सही में देखा जाए तो शेयर बाजार में गिरावट के दौर को निवेश रणनीति बनाने में यह सबसे ज्यादा काम आ सकती है. बफेट का मंत्र है कि “जब दूसरे लालची हों तो डरें और जब दूसरे डरें तब आप लालची बनें.” बफेट के इस मंत्र का अर्थ है कि जब दूसरे निवेशक धड़ाधड़ खरीददारी कर रहे हों तो आपको बहुत संभलकर निवेश करना चाहिए. लेकिन, जब मार्केट में मंदी हो. लोग भयभीत होकर बिकवाली कर रहे हों तो आपको उस स्थिति का फायदा उठाते हुए खरीददारी करनी चाहिए और डरपोक बनने के बजाए लालची बनना चाहिए.
वॉरेन बफेट का कहना है कि जोखिम तब नहीं होता जब, परिस्थितियां अनुकूल न हों. जोखिम तब होता है जब किसी निवेशक (Investor) को यह पता नहीं होता कि वह कर क्या रहा है. इसलिए अगर बाजार में भारी गिरावट है तो दिमाग का प्रयोग ज्यादा करिए. यह जानने कि कोशिश जरूर करें कि जो निर्णय आप ले रहे हैं, वह बिना सोच-विचार के बस बाजार की चाल के अनुसार तो नहीं ले लिया है.
डर नहीं हो सकता निवेश निर्णय का आधार
मशहूर निवेशक होवार्ड मार्क्स (Howard Marks) का कहना है कि बिकवाली करने के बहुत-से अच्छे कारण हो सकते हैं. लेकिन अगर आप केवल गलती होने या घाटा होने के डर मात्र से बिकवाल बन जाते हैं, तो ये आपके लिए बहुत घातक है. बिकवाली का निर्णय (Selling Decision) निवेश के दृष्टिकोण पर आधारित होना चाहिए, जो ठोस वित्तीय विश्लेषण, दृढ़ निश्चय और निवेश अनुशासन से बना हो. यह निर्णय कभी निवेशक के मनोविज्ञान (Psychology) पर आधारित नहीं हो सकता. मार्क्स का कहना है कि इक्विटी निवेशक (Equity Investor) का निर्णय अगर किसी डर पर आधारित है तो, निश्चित ही वह गलत फैसला ही होगा. मार्क्स का कहना है कि निवेश में डर, हड़बड़ी और मनोवैज्ञानिक धारणाओं का कोई स्थान नहीं है.
होवार्ड मार्क्स का कहना कि अगर को कोई निवेशक मार्केट की पल-पल बदलती परिस्थितियों के अनुसार अपने पोर्टफोलियो में जल्दी-जल्दी बदलाव करता है तो वो कमाई नहीं कर सकता. इसलिए निवेश निर्णय मार्केट की स्थितियों के अनुसार नहीं, बल्कि तार्किक मूल्यांकन और परिस्थितियों के गहन अध्ययन के बाद ही लें, घबराहट में नहीं.
दूसरों की गलतियों से उठाएं फायदा
होवार्ड मार्क्स का मानना है सफल निवेश निर्णय दूसरों की गलतियों को देखकर लिए जाते हैं. अगर कोई डर कर शेयर बेच रहा है तो उसकी यह गलती एक सच्चे निवेशक को खरीददारी करने एक बेहतरीन मौका दे रही है. और उसे डरे हुए इंसान की गलती से लाभ कमाना चाहिये. मार्केट गुरु का कहना है कि निवेश निर्णय का आधार किसी भी एसेस्ट की क्षमताओं का सही मूल्यांकन होता है.
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बैक-अप या पैक-अप, इस अनिश्चित समय में क्या होनी चाहिए आपकी प्लानिंग?
साल 2020 का आधा से ज्यादा हिस्सा कोविड-19 के साए में बीत चुका है. चीन में संक्रामक वायरस से शुरू होकर, आज यह एक वैश्विक महामारी बन चुका है.
साल 2020 का आधा से ज्यादा हिस्सा कोविड-19 के साए में बीत चुका है. चीन में संक्रामक वायरस से शुरू होकर, आज यह एक वैश्विक महामारी बन चुका है. ऐसा हमने पहले कभी नहीं देखा था. विकसित और उभरती दोनों ही देशों में आर्थिक गतिविधियां कई महीने तक ठप हो गईं.
कई सालों के वित्तीय अनुशासन से हासिल लाभ मिट्टी में मिल गये हैं, क्योंकि निवेशकों की घबराहट और आत्मविश्वास में कमी के कारण बाजार धराशायी हो गये हैं. इसमें नौकरियों के खत्म होने और वेतन में कटौती को जोड़ लीजिये. वर्ष 2020 कई लोगों के लिए अपना अस्तित्व बनाये रखने की चुनौती है.
शादी के दिन नजदीक आते ही होने लगती है घबराहट तो इस तरह करें दूर, जानें क्या है Pre-Wedding Anxiety
By: ABP Live | Updated at : 01 Dec 2022 05:08 PM (IST)
शादी से पहले होती है घबराहट तो ऐसे करें डील
Pre-Wedding Anxiety: किसी भी व्यक्ति के जीवन का निवेशक घबराहट की स्थिति में क्या कर सकते हैं? शादी सबसे महत्वपूर्ण फैसला होता है. पवित्र बंधन में बंधने के बाद न केवल दो लोगों का मिलन होता है बल्कि दो परिवारों की जिम्मेदारियां भी आ जाती है. अपनी शादी को लेकर अक्सर लोग एक्साइटिड और खुश रहते हैं. जैसे-जैसे शादी के दिन नजदीक आते हैं तो मन में एक अलग सी गुदगुदी होने लगती है कि आखिर शादी के बाद का जीवन कैसा होगा और क्या नई जिम्मेदारी को हम निभा पाएंगे या नहीं? कई लोगों के मन में शादी को लेकर जहां सकारात्मक ख्याल और सवाल आते हैं तो वहीं, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो शादी से पहले टेंशन और घबराहट महसूस करने लगते हैं.
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नहीं समझ आता बुजुर्गों को कहां घुमाएं तो ये हैं उनके लिए A Must Visit जगहें, बढ़ती उम्र में मिलेगा सुकून
Published at : 01 Dec 2022 04:57 PM (IST) Tags: Wedding Lifestyle हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
क्यों बढ़ गर्इ है डेट म्यूचुअल फंड के निवेशकों की घबराहट?
मूडीज इंवेस्टर सर्विस ने यस बैंक की रेटिंग घटा दी है. इसे घटाकर 'नॉन-इंवेस्टमेंट ग्रेड' कर दिया है. बोर्ड से तमाम लोगों के इस्तीफे के बाद रेटिंग निवेशक घबराहट की स्थिति में क्या कर सकते हैं? एजेंसी ने बैंक का आउटलुक भी स्टेबल से निगेटिव कर दिया है.
मूडीज ने फॉरेन करेंसी इश्युअर रेटिंग को 'बीएए3' से 'बीए1' कर दिया है. बैंक के बेसलाइन क्रेडिट एसेसमेंट (बीसीए) और अडजेस्टेड बीसीए को 'बीए1' से 'बीएए2' किया गया है. इसके पहले आईएलएंडएफएस की रेटिंग घटने से कई डेट म्यूचुअल फंड स्कीमें प्रभावित हुर्इ थीं. इसके चलते उनके एनएवी में भारी गिरावट आर्इ थी.
सृजन फाइनेंशियल एडवाइजर्स की संस्थापक दीपली सेन का मानना है कि डेट मार्केट में क्या होगा, निवेशक इसका पता नहीं लगा सकते हैं. इसलिए उन्हें ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए.
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