बिटकॉइन से पैसे कैसे कमाएं।
क्या आपको पता है Bitcoin क्या है, इसके क्या फायदे हैं और बिटकाॅइन से पैसे कैसे कमाएं। इस आर्टिकल में हम बिटकाॅइन बारे में जानेंगे। Bitcoin एक क्रिप्टो करेंसी है। यह पूरी तरह से डिजिटल करेंसी है। वर्तमान में हजारों Crypto Currency हैं। लेकिन बिटकॉइन सबसे पुरानी करेंसी है। इसे सन् 2009 में जापान के सतोशी नाकामोतो ने बनाया था। Bitcoin केवल online ही उपयोग किया जा सकता है। इसे आभासी मुद्रा भी कहते हैं।
बिटकॉइन के क्या उपयोग है | Use of Bitcoin
- गुप्त तरीके से देश के बाहर पैसा भेजना के लिए बिटकॉइन का उपयोग किया जा सकता है। यह सब पूरी तरह गुप्त रहता है, क्योंकि बिटकॉइन किसी संस्था नियंत्रण में नहीं है और इसे online यूज किया जा सकता है।
- बिटकॉइन का उपयोग ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। जो कि सुरक्षित तरीका है।
- लोग इसका उपयोग धन छिपाने के लिए भी करते हैं। बिटकॉइन में पैसा लंबे समय के लिए इन्वेस्ट करके भी रख सकते हैं।
- बिटकॉइन बेचकर जो पैसा मिलता है उसे आप सीधे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।
बिटकॉइन की कीमत जानन लिए आप गूगल सर्च कर सकते हैं। जैसे 1 bitcoin in INR सर्च करके इसकी मौजूदा कीमत आ जाएगी।
बिटकॉइन खरीदकर और बेचकर पैसा कमाए
वेसै तो बिटकॉइन खरीदने और बेचने के लिए बहुत सारी वेबसाइट और मोबाइल एप्स मौजूद है।
लेकिन मैं आज आपको बताऊंगा कि कैसे आप अपने फोन से bitcoin खरीद और बेचकर पैसे कमा सकते हैं। मोबाइल फोन के लिए भी बहुत सारे ऐप हैं। लेकिन मैं आपको wazirx के बारे में बताने जा रहा हूं।
Wazirx क्या है
Wazirx इंडियन ऐप है जो cryptocurrency exchange के लिए बनाया गया है जो कि Peer to Peer crypto Transaction स्वीकार करता है। इस company के तीन co-founders हैं, जिन्होंने इसे 2010 में बनाया था Bitcoin का उपयोग क्यों करें? यह एक बहुत ही successful app रहा है. इनका मुख्य office Mumbai में स्थित हैं।
ऐप डाउनलोड करें
Wazirx में आप bitcoin या कोई भी अन्य क्रिप्टोकरेंसी का भी लेनदेन कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने मोबाइल फोन पर प्ले स्टोर में जाकर Wazirx टाइप करें और सर्च करें। सर्च होने पर ऐप को डाउनलोड कर दीजिए
अकाउट बनाएं
अब इसमें आपको अकाउंट खोलना है जिसके लिए निम्न चीजों की जरूरत पड़ेगी
मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बैंक अकाउंट जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी।
इसमें अकाउंट बनाना बहुत ही आसान है। ऐप ओपन करने के बाद आपको Bitcoin का उपयोग क्यों करें? ईमेल एड्रेस और मोबाइल नंबर डालकर वेरीफाई करना होता है
KYC करें
इसके बाद KYC करनी होती है इसके लिए Form भरना है इसमें आपको personal detail address भरना है ध्यान रहे पूरी डिटेल डॉक्यूमेंट के मैच हो। डॉक्यूमेंट सबमिट होने के पहले सारी चीजें एक बार देख ले कहीं किसी चीज में गलती ना हो। अब documents upload करके सारी चीजें सबमिट करें। सबमिट करने के बाद 24 से 48 घंटे में आपकी KYC verify हो जाएगा।
यदि किसी कारणवश आपका अकाउंट verify ना हो पाए तो आपके लिए एक मेल आएगा। जिसमें अकाउंट वेरीफाई पूरी detail detail रहेगी कि अकाउंट वेरीफाई क्यों नहीं हुआ।
Wazirx में आप दो तरीके से क्रिप्टो करेंसी का लेन देन कर सकते हैं।
1. Peer to peer transaction
इसमें आप डायरेक्ट किसी दूसरे व्यक्ति से क्रिप्टो खरीद या उसे बेच सकते हैं, इसमें आपको बिल्कुल भी चार्ज फीस नहीं लगता। ट्रांजैक्शन तब तक पूरी नहीं होती जब तक कि दो लोगों के बीच buy और sell मैच नहीं हो जाता।
2. Cryptocurrency exchange
इस तरीके से आप सीधे cryptocurrency खरीद करते हैं। इसमें बिल्कुल भी समय नहीं लगता लेकिन इसमें लेन देन करने के लिए ट्रांजेक्शन फीस लगती है।
इसमें आप तभी पैसे कमा सकते हैं जब आप बिटकाॅइन कम कीमत पर खरीदकर अधिक कीमत पर बेचेंगे। जितनी अधिक कीमत पर बेचेंगे उतना ही परसेंटेज के हिसाब से आपको मुनाफा होता है। लेकिन यह खतरे से खाली भी नहीं है। कीमत गिरने पर भी नुकसान होना स्वाभाविक है।
दोस्तों इस आर्टिकल में मैंने आपको bitcoin के बारे में बताया है । इसे आप Wazirx से खरीद सकते हैं। जो कि एक इंडियन ऐप है। इसे crypto लेन देन के लिए बनाया गया है। इसके जरिए आप मोबाइल से ही क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं। दोस्तों यह आर्टिकल आपको कैसा लगा, कमेंट में जरूर बताएं और अपने दोस्तों के साथ आर्टिकल को शेयर करें ऐसे ही आने वाले आर्टिकल के लिए हमारा ब्लॉक फॉलो करें। धन्यवाद!
Bitcoin का उपयोग क्यों करें?
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पूरा फिलीपींस खर्च नहीं कर पाता जितनी बिजली, उतनी लग जाती है अकेले बिटकॉइन में! आखिर क्यों है ऐसा
क्रिप्टोकरंसी (Cryptocurrency) में सबसे ज्यादा लोकप्रिय नामों में से एक है बिटकॉइन (Bitcoin)। बिटकॉइन की माइनिंग में बिजली खर्च होती है। बिजली की यह खपत मामूली नहीं बल्कि काफी ज्यादा है।
पूरा फिलीपींस खर्च नहीं कर पाता जितनी बिजली, उतनी लग जाती है अकेले बिटकॉइन में! आखिर क्यों है ऐसा
बिटकॉइन बनाने में सालाना 96 टेरावाट-घंटे की बिजली खपत
विभिन्न जगहों से डाटा इकट्ठा कर तैयार की गई न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बिटकॉइन बनाने की प्रक्रिया में सालाना लगभग 96 टेरावाट-घंटे की बिजली खपत होती है। यह लगभग 11 करोड़ लोगों की आबादी वाले देश फिलीपींस द्वारा खपत की जाने वाली बिजली की मात्रा से भी ज्यादा है। बिटकॉइन माइनिंग में होने वाली बिजली खपत, पूरी दुनिया में खपत होने वाली बिजली की मात्रा का लगभग आधा प्रतिशत है।
5 सालों में 10 गुना बढ़ी बिटकॉइन में बिजली खपत
पिछले पांच वर्षों में बिटकॉइन में बिजली का इस्तेमाल लगभग दस गुना बढ़ गया है। बिटकॉइन नेटवर्क लगभग उतनी ही बिजली का उपयोग करता है, जितना कि वाशिंगटन राज्य एक वर्ष में करता है। बिटकॉइन नेटवर्क की बिजली खपत, संयुक्त राज्य अमेरिका में रेजिडेंशियल कूलिंग पर खर्च होने वाली बिजली के एक तिहाई से अधिक है, वहीं Google के सभी वैश्विक संचालनों में बिजली खपत की तुलना में सात गुना ज्यादा है।
आखिर क्यों इतनी बिजली खाता है बिटकॉइन?
पारंपरिक प्रकार के पैसे किसी भी तरह से उपयोग करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र नहीं हैं। बैंक, क्रेडिट-कार्ड नेटवर्क और अन्य बिचौलिए इस बात पर नियंत्रण कर सकते Bitcoin का उपयोग क्यों करें? हैं कि कौन उनके वित्तीय नेटवर्क का उपयोग कर सकता है और क्या उपयोग किया जा सकता है। लेकिन बिटकॉइन के साथ ऐसा नहीं है। बिटकॉइन यूजर्स को किसी तीसरे पक्ष पर भरोसा नहीं करना होगा- जैस कि बैंक, सरकार आदि। इसका कारण है कि लेनदेन का प्रबंधन बिटकॉइन यूजर्स के डिसेंट्रलाइज्ड नेटवर्क द्वारा किया जाता है। यानी कोई व्यक्ति या संस्था इसे नियंत्रित नहीं कर सकती।
सभी बिटकॉइन लेनदेन को खुले तौर पर एक सार्वजनिक खाता बही में रखा जाता, जिसे कोई भी जांच सकता है। इस विशाल कम्प्यूटरीकृत बिटकॉइन सार्वजनिक खाता बही के मेंटीनेंस पर पर बेहद ज्यादा इलेक्ट्रिकल एनर्जी खर्च होती है।
रिवॉर्ड सिस्टम ने बढ़ाई बिजल खपत
इस विशाल कम्प्यूटरीकृत खाता बही को प्रबंधित करने में मदद करने वाले प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार के रूप में नए बिटकॉइन क्रिएट किए जाते हैं। बिटकॉइन में लेनदेन को सबसे पहले बिटकॉइन नेटवर्क द्वारा वैलिडेट किया जाता है। दुनिया भर में बिटकॉइन माइनर्स के रूप में जानी जाने वाली कंपनियां और व्यक्ति, बिटकॉइन लेनदेन को वैलिडटे करने और उन्हें सार्वजनिक खाता बही में दर्ज करने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। वे मूल रूप से अनुमान लगाने का खेल खेलते हैं, पावरफुल कंप्यूटर का उपयोग करके दूसरों को मात देने की कोशिश करते हैं। क्योंकि अगर वे सफल होते हैं, तो उन्हें नए क्रिएट किए गए बिटकॉइन से पुरस्कृत किया जाता है, जो निश्चित रूप से बहुत सारे पैसों के बराबर है। नव निर्मित बिटकॉइन के लिए इस प्रतियोगिता को माइनिंग कहा जाता है। आपके पास जितनी अधिक और जितनी शक्तिशाली कंप्यूटर पावर होगी, आप उतनी ही जल्दी अनुमान लगा सकते हैं और इस तरह बिजली की खपत बढ़ती जाती है।
बिटकॉइन माइनिंग के लिए आज अलग से डेटा सेंटर्स
बिटकॉइन के शुरुआती दिनों में, जब यह कम लोकप्रिय था Bitcoin का उपयोग क्यों करें? और इसकी कीमत कम थी, कंप्यूटर वाला कोई भी व्यक्ति घर पर आसानी से माइनिंग कर सकता था। आज बिटकॉइन माइनर्स के पास शक्तिशाली कंप्यूटरों से भरे गोदाम हैं, जो बड़ी संख्या में अनुमान लगाने के लिए तेज स्पीड से काम कर रहे हैं और इस प्रक्रिया में जबरदस्त मात्रा में ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं। आज बिटकॉइन माइनिंग के लिए अत्यधिक विशिष्ट Bitcoin का उपयोग क्यों करें? मशीनों, बहुत सारे पैसे, एक बड़ी जगह और लगातार चलने वाले हार्डवेयर को ओवरहीटिंग से बचाने के लिए पर्याप्त कूलिंग पावर की आवश्यकता है। इसलिए अब माइनिंग, कंपनियों या लोगों के समूहों के स्वामित्व वाले विशाल डेटा सेंटर्स में होती है।
हार्डवेयर कचरा भी बढ़ रहा है
बिटकॉइन माइनिंग सिर्फ उत्सर्जन तक सीमित नहीं है, इससे हार्डवेयर कचरा भी बढ़ रहा है। हर कोई नवीनतम, सबसे तेज मशीनरी चाहता है, जो उच्च टर्नओवर और एक नई ई-कचरा समस्या का कारण बनता है। पेरिस के एक अर्थशास्त्री एलेक्स डी व्रीस का अनुमान है कि हर डेढ़ साल में माइनिंग हार्डवेयर की कम्प्यूटेशनल पावर दोगुनी हो जाती है, जिससे पुरानी मशीनें अप्रचलित हो जाती हैं। उनकी गणना के अनुसार 2021 की शुरुआत में अकेले बिटकॉइन कई मध्यम आकार के देशों की तुलना में अधिक ई-कचरा पैदा कर रहा था।
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बिटकॉइन (Bitcoin), विनिमय का वह माध्यम है जो लेन-देन करने वाली पार्टियों (छद्म नाम के रूप में संदर्भित) की केवल डिजिटल पहचान का उपयोग करके लेनदेन की सुविधा प्रदान कर सकता है।
हाइलाइट्स
- बिटकॉइन अस्थिर है और इसके उपयोग से होने वाले लेनदेन धीमे व महंगे
- क्रिप्टोकरंसी अप्रत्यक्ष रूप से भौतिक मुद्रा के निधन को कर रही तेज
- ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के फाइनेंस के दूसरे क्षेत्रों में इस्तेमाल की हो रही तलाश
ईश्वर प्रसाद
बिटकॉइन (Bitcoin) का समय बेहतर नहीं हो सकता था। यह क्रिप्टोकरंसी 2009 की शुरुआत में अस्तित्व में आई. वैश्विक वित्तीय संकट शुरू होने के ठीक बाद की अवधि, जब अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों में राष्ट्रीय सरकारों और वाणिज्यिक बैंकों पर भरोसा बिल्कुल निचले स्तर पर था। केंद्रीय बैंक के पैसे के उपयोग के बिना और एक वित्तीय संस्थान के हस्तक्षेप के बिना लेनदेन करने में सक्षम होने की धारणा इमीडिएट अपील थी।
बिटकॉइन, विनिमय का वह माध्यम है जो लेन-देन करने वाली पार्टियों (छद्म नाम के रूप में संदर्भित) की केवल डिजिटल पहचान का उपयोग Bitcoin का उपयोग क्यों करें? करके लेनदेन की सुविधा प्रदान कर सकता है। बिटकॉइन ने शुरुआत में डार्क वेब को बढ़ावा दिया, जहां नशीली दवाओं और यौन तस्करी जैसे अवैध कारोबार होतेहैं। जैसे-जैसे इसने लोकप्रियता हासिल की, यह स्पष्ट हो गया कि इसके यूजर्स की गुमनामी की गारंटी नहीं दी जा सकती। बिटकॉइन का उपयोग करके लेनदेन या क्रिप्टोकरंसी का उपयोग करके वास्तविक वस्तुओं और सेवाओं की खरीद (और वितरण), यूजर्स की वास्तविक पहचान को उजागर करना संभव बनाता है। बिटकॉइन में रैनसमवेयर भुगतान प्राप्त करने वाले हैकर्स को अपने डिजिटल ट्रेल्स को छिपाने के लिए काफी दिमाग लगाना पड़ता है। इसके अलावा, बिटकॉइन अस्थिर है और इसके उपयोग से होने वाले लेनदेन धीमे व महंगे हैं। नेटवर्क भी बड़े लेनदेन की मात्रा को समय पर प्रॉसेस नहीं कर सकता है।
कुछ हद तक वित्तीय संपत्ति में बदल गया बिटकॉइन
बिटकॉइन, छद्म नाम से विनिमय के माध्यम के रूप में अपने घोषित उद्देश्य में विफल रहा है। लेकिन फिर भी बिटकॉइन कुछ हद तक एक वित्तीय Bitcoin का उपयोग क्यों करें? संपत्ति में बदल गया है। बिटकॉइन में आंतरिक मूल्य का अभाव है ओर इसके अनुयायियों का मानना है कि इसकी कमी, बिटकॉइन की उच्च कीमत का आधार है। क्रिप्टोकरंसी क्रिएट करने की प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाला एल्गोरिद्म 2.1 करोड़ बिटकॉइन की हार्ड कैप रखता है (अब तक लगभग 1.85 करोड़ बिटकॉइन क्रिएट किए गए हैं)। लेकिन कमी अपने आप में मूल्य का एक टिकाऊ स्रोत नहीं हो सकती है, और इस स्तर पर बिटकॉइन और इसी तरह की क्रिप्टोकरंसी की आसमान छूती कीमतें शुद्ध सट्टेबाजी को दर्शाती हैं। उनका मूल्य पूरी तरह Bitcoin का उपयोग क्यों करें? से निवेशकों के विश्वास पर निर्भर करता है।
नया ट्रेंड स्टेबलकॉइन्स
पिछले कुछ सालों में, विभिन्न क्रिप्टोकरंसी सामने आई हैं जो बिटकॉइन की खामियों को दूर करने का प्रयास करती हैं। मोनेरो और Zcash जैसी क्रिप्टोकरंसी में परिष्कृत एन्क्रिप्शन एल्गोरिद्म हैं जो यूजर्स की पहचान को अधिक प्रभावी ढंग से छिपाते हैं लेकिन वे उपयोग करने के लिए बोझिल हैं। स्टेबलकॉइन्स नामक क्रिप्टोकरंसी की एक नई नस्ल अस्थिर मूल्य की समस्या को ठीक करने का प्रयास करती है, लेकिन लेनदेन को मान्य करने के लिए उन्हें निर्दिष्ट बिचौलियों की आवश्यकता होती है। कुछ हद तक विडंबना यह है कि स्टेबलकॉइन्स अपने स्थिर मूल्य को फिएट मुद्राओं या सरकारी बॉन्ड के स्टोर द्वारा उनके समर्थन से प्राप्त करती है। स्टेबलकॉइन्स के लिए व्यावसायिक मामला यह है कि वे राष्ट्रीय सीमाओं के भीतर और उसके पार कम लागत और आसानी से सुलभ डिजिटल भुगतान प्रदान करते हैं। अवसर को भांपते हुए, यहां तक कि फेसबुक ने अपनी खुद के स्टेबलकॉइन्स Diem का प्रस्ताव दिया है, जो शुरू में अमेरिकी डॉलर और अमेरिकी सरकार के बॉन्ड जैसी हार्ड करंसी के भंडार द्वारा समर्थित होगा। फेसबुक और ऐमजॉन जैसी कॉरपोरेशंस की व्यापक पहुंच और वित्तीय Bitcoin का उपयोग क्यों करें? दबदबे को देखते हुए, उनकी क्रिप्टोकरंसी को व्यापक स्वीकृति मिल जाने की कल्पना करना कठिन नहीं है।
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कुछ सरकारें मानती हैं खतरा
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरंसी पर चीन का प्रतिबंध इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे कुछ सरकारें उन्हें एक खतरे के रूप में देखती हैं। अन्य सरकारें भी क्रिप्टोकरंसी और संबंधित सट्टा वित्तीय उत्पादों को विनियमित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। क्रिप्टोकरंसी में वित्तीय जोखिम भी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरंसी ने कोई वास्तविक लाभ नहीं दिया है। बिटकॉइन को रेखांकित करने वाली प्रौद्योगिकी जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है, उसके फाइनेंस के दूसरे क्षेत्रों में इस्तेमाल की तलाश की जा रही है। जल्द ही वकीलों और रियल एस्टेट दलालों जैसे पारंपरिक बिचौलियों के बिना, घर या कार खरीदने जैसे ब्रॉड रेंज ट्रांजेक्शन संभव हो सकेंगे।
केंद्रीय बैंकों ने अपने स्वयं की डिजिटल करंसी डिजाइन करना कर दिया शुरू
यह भी ध्यान देने योग्य है कि केंद्रीय बैंकों ने अपने स्वयं की डिजिटल करंसी डिजाइन करना शुरू कर दिया है। जापान और स्वीडन जैसे देशों ने परीक्षण शुरू कर दिया है और भारत सहित कई अन्य देशों ने ऐसा करने की योजना बनाई है। इस प्रकार क्रिप्टोकरंसी अप्रत्यक्ष रूप से भौतिक मुद्रा के निधन को तेज कर रही हैं। हालांकि वित्तीय संपत्ति के रूप में क्रिप्टोकरंसी का भविष्य अस्पष्ट है, लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से एक क्रांति की शुरुआत की है जो कम लागत वाले डिजिटल भुगतान को व्यापक रूप से सुलभ बनाएगी। ये नई प्रौद्योगिकियां, बुनियादी वित्तीय उत्पादों और सेवाओं की श्रृंखला को आसानी से और व्यापक रूप से जनता के लिए उपलब्ध कराकर फाइनेंस को लोकतांत्रिक Bitcoin का उपयोग क्यों करें? बनाने में मदद करेंगी। यह बिटकॉइन की सच्ची विरासत हो सकती है, जिसके लिए हमें आभारी होना चाहिए।
(लेखक, कॉर्नेल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं और 'द फ्यूचर ऑफ मनी: हाउ द डिजिटल रेवोल्यूशन इज ट्रांसफॉर्मिंग करेंसीज एंड फाइनेंस' के लेखक हैं।)
बिटकॉइन में 100 रुपये का निवेश आपको बना सकता था 7.5 करोड़ का मालिक
9 साल में बिटकॉइन ने साढ़े सात लाख गुना रिटर्न दिया . एक बिटकॉइन का भाव 4000 डॉलर के पार पहुंचा
क्या है बिटकॉइन ?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी हैं . यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. यह करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकाइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं. दुनियाभर के बड़े बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में
दुनिया की सबसे महंगी करेंसी
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करेंसी बन गई है. फिलहाल एक बिटकॉइन की ऑनलाइन या बाजार कीमत करीब 2.69 लाख रुपये से भी ज्यादा है. कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना बैंक के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. वहीं, इस करेंसी को डिजिटल वॉलेट में भी रखा जाता है.
कैसे काम करती है बिटकॉइन?
आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं. इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं. अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं. इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं.
अवैध धंधों में हो रही बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
बिटकॉइन का इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स की चोरी और आतंकवादी गतिविधियों में बड़े पैमाने पर होता है. बिटकॉइन के बढ़ते इस्तेमाल ने दुनियाभर के देशों में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर ने इस वर्चुअल मुद्रा को कानूनी मान्यता नहीं दी है.
देश में भी खूब हो रहा बिटकॉइन में लेनदेन
केंद्र सरकार फिलहाल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के ऑनलाइन लेनदेन पर रोक लगाने की स्थिति में नहीं है. इस मामले में सरकार के भीतर हुए विमर्श कई बार हो चुका है. ऐसी करेंसी की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त पर नियंत्रण संभव नहीं है. हालांकि अभी सरकार ने इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. दुनिया में करीब 90 से अधिक वर्चुअल करेंसी चलन में हैं.
क्या है क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अपने ग्रााहकों को पिछले हफ्ते भेजे नोट में कहा था कि क्रिप्टो करेंसी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. इसमें ग्रोथ की प्रबल संभावना है. भारत में क्रिप्टो करेंसी में शुरुआती कारोबार से जुड़े एमकैप क्रिप्टो करेंसी के संचालक अमित भारद्वाज के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी का भविष्य काफी बेहतर है. अगर आप बिटकॉइन में निवेश से चूक गए हैं तो बाजार में क्रिप्टो करेंसी में निवेश के कई और विकल्प हैं. मसलन, एमकैप का मौजूदा भाव 2 डॉलर के करीब है इसके अलावा यूथेरियम क्रिप्टो करेंसी का मौजूदा भाव 300 डॉलर है. जानकारों के मुताबिक एमकैप क्रिप्टो करेंसी का भाव इस साल 50 डॉलर के पार जाने की संभावना है.
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